भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया को एक टीवी शो के दौरान जाट समुदाय के सबसे बड़े नेताओं में से एक दिवंगत शीशराम ओला के लिए अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने के लिए सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस के तमाम नेता समेत सोशल मीडिया यूजर्स गौरव भाटिया से मांफी की मांग कर रहे है। गौरव भाटिया की शीशराम ओला पर की गई विवादित टिप्पणी पर कांग्रेस नेताओं ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
दरअसल, हिंदी समाचार चैनल ‘आज तक’ पर लाइव टीवी डिबेट पर गौरव भाटिया ने राजस्थान के दिवंगत राजनेता का जिक्र करते हुए कहा, “जो पार्टी सरकार बनाती है उसका एक ही उद्देश्य होता है कि वो संगठन का कैसे मजबूत करें। मोदी सरकार ने युवाओं को मौका दिया। मुझे याद है कि जून 2013 में कांग्रेस के मंत्रिमंडल विस्तार में 85 उम्र के सीसराम ओला जी को शामिल गया था। ‘जिनका हिल गया था पुर्जा, उनमें मनमोहन सिंह जी ढूंढ रहे थे ऊर्जा’। हमारे लिए जनता का हित सर्वोपरि है और उसी को ध्यान में रखकर ये मंत्रिमंडल विस्तार किया गया है।”
भाटिया ने खुद अपने कैप्शन में शीशराम ओला के लिए इस्तेमाल किए गए अपमानजनक शब्दों को दोहराते हुए वीडियो शेयर किया है। अपने इस बयान को लेकर भाजपा प्रवक्ता विपक्ष के निशाने पर आ गए। भाजपा प्रवक्ता को अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से निंदा का सामना करना पड़ रहा है।
जून 2013 में कांग्रेस के मंत्रिमंडल विस्तार में 85 उम्र के सीसराम ओला जी को शामिल गया था।
'जिनका हिल गया था पुर्जा, उनमें मनमोहन सिंह जी ढूंढ रहे थे ऊर्जा'
हमारे लिए जनता का हित सर्वोपरि है और उसी को ध्यान में रखकर ये मंत्रिमंडल विस्तार किया गया है।#IndiaWithModi pic.twitter.com/xUIAsxL5Gu
— Gaurav Bhatia गौरव भाटिया ???????? (@gauravbh) July 9, 2021
गौरव भाटिया की आलोचना करते हुए जयंत चौधरी ने अपने ट्वीट में लिखा, “चौधरी सीसराम ओला जी कद्दावर नेता थे; लेकिन उनकी छवि एक भले, नेक इंसान की रही। बहुत बार मैंने उनको लोगों के काम करते देखा, युवा सांसदों के साथ बैठते थे, मेरा सौभाग्य था उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया। बहुत बुरा लगता है जब आज सत्ता के नशे में धुत, अहंकारी उनका ऐसे अपमान कर रहे हैं!”
चौधरी सीसराम ओला जी कद्दावर नेता थे; लेकिन उनकी छवि एक भले, नेक इंसान की रही। बहुत बार मैंने उनको लोगों के काम करते देखा, युवा सांसदों के साथ बैठते थे, मेरा सौभाग्य था उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया।
बहुत बुरा लगता है जब आज सत्ता के नशे में धुत, अहंकारी उनका ऐसे अपमान कर रहे हैं! https://t.co/6huaPLfH0F
— Jayant Chaudhary (@jayantrld) July 10, 2021
सचिन पायलट ने अपने ट्वीट में लिखा, “कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और किसान हितेशि स्व. श्री शीशराम ओला जी पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की अमर्यादित टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। देश एवं प्रदेश के विकास में शीशराम जी का योगदान विशालकाय है। इस असभ्य शब्दावली का प्रयोग ऐसे नेताओं की संस्कारहीन सोच का प्रमाण है।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और किसान हितेशि स्व. श्री शीशराम ओला जी पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की अमर्यादित टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है।
देश एवं प्रदेश के विकास में शीशराम जी का योगदान विशालकाय है।
इस असभ्य शब्दावली का प्रयोग ऐसे नेताओं की संस्कारहीन सोच का प्रमाण है। pic.twitter.com/9PDzcF910O— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 10, 2021
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाटिया से माफी की मांग करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “चौधरी शीशराम ओला देश के किसानों के क़द्दावर नेता थे, जिनका ज़मीनी संघर्ष और जुड़ाव आज भी राजस्थान माटी में समाया है। मरणोपरांत उनके प्रति ऐसी घटिया भाषा का प्रयोग किसानों व राजस्थान के प्रति भाजपाई दुर्भावना को दिखाता है। माफ़ी माँगे।”
चौधरी शीशराम ओला देश के किसानों के क़द्दावर नेता थे, जिनका ज़मीनी संघर्ष और जुड़ाव आज भी राजस्थान माटी में समाया है।
मरणोपरांत उनके प्रति ऐसी घटिया भाषा का प्रयोग किसानों व राजस्थान के प्रति भाजपाई दुर्भावना को दिखाता है।@JPNadda , @DrSatishPoonia , @Gulab_kataria माफ़ी माँगे। https://t.co/k09BOp6kni
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 10, 2021
गौरव भाटिया की ओर से शीशराम ओला को लेकर की गई विवादित टिप्पणी का जवाब देते हुए शीशराम ओला की पौत्रवधू आकांक्षा ओला ने गौरव भाटिया को तोतले व दलबदलू नेता बताते हुए ट्वीट कर कहा कि, “गौरव भाटिया नहीं जानते कि साल 2009 में आडवाणी जी 81 की उम्र में PM पद की दावेदारी कर रहे थे, जिनका सपना मनमोहन जी की वापसी से चकनाचूर हो गया। साल 2004 तक वाजपेयी जी 80 की उम्र में PM थे, जिनका वापसी का सपना सोनियाजी ने चकनाचूर कर दिया। बड़ों की इज़्ज़त करना सीखो।”
BJP के तोतले व दलबदलू @gauravbh जी नहीं जानते—
????2009 में आडवाणी जी 81 की उम्र में PM पद की दावेदारी कर रहे थे,जिनका सपना मनमोहनजी की वापसी से चकनाचूर हो गया।
????2004 तक वाजपेयी जी 80 की उम्र में PM थे,जिनका वापसी का सपना सोनियाजी ने चकनाचूर कर दिया।
बड़ों की इज़्ज़त करना सीखो pic.twitter.com/4t1UX39sFG
— Akanksha Ola (@akankshaolaINC) July 9, 2021
पद्म श्री के सम्मान से सम्मानित, किसानों के गौरव रहे स्व.शीशराम जी ओला के बारे में की गई यह टिप्पणी बेहद शर्मनाक और निंदनीय है।@DrSatishPoonia जी, क्या आप भी आपकी पार्टी के इन सज्जन महानुभाव के ऐसे घटिया विचारों से सहमत हैं?
आखिर किसान कौम से इतनी नफरत क्यों है भाजपा को ? https://t.co/CMDaGz3dtD
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) July 9, 2021
बता दें कि, केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री शीशाराम ओला का 92 वर्ष की उम्र में 15 दिसम्बर 2013 को निधन हो गया था। ओला ने गुड़गांव के मेदाता अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे पेट की बीमारी से पीड़ित थे। ओला करीब 56 साल तक राजनीति में सक्रिय रहे। वे 13 फरवरी 1957 को पहली बार विधायक बने थे। ओला को 1968 में बालिका शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए पद्मश्री अवार्ड प्रदान किया था।