आईआईटी मद्रास में कैंसर को लेकर आयोजित एक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस को स्पॉन्सर कर रही जब एक अमेरिकी कपंनी को पता चला कि इसमें योग गुरु बाबा रामदेव भी भाग ले रहे हैं तो कंपनी ने इस कॉन्फ्रेंस को स्पॉन्सर करने से मना कर दिया है। न्यूज 18 के मुताबिक, अमेरिकी कपंनी द्वारा कॉन्फेंस से किनारा करने के बाद बाबा रामदेव ने आईआईटी मद्रास में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस से अपना नाम वापस ले लिया है।
‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस कॉन्फ्रेंस में बाबा रामदेव चीफ गेस्ट थे और कैंसर के रोकथाम पर वो बोलने वाले थे। लेकिन कॉन्फ्रेंस के स्पॉन्सर के साथ-साथ कई और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोगों ने रामदेव की मौजूदगी पर नाराजगी जताई, जिसके बाद उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया है।
हालांकि, आईआईटी मद्रास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने के शर्त पर ‘जनता का रिपोर्टर’ को बताया कि दरअसल इस कॉन्फेंस में बाबा रामदेव अपनी कंपनी का लोगो लगवाना चाहते थे, लेकिन अमेरिकी स्पॉन्सर द्वारा इससे इनकार किए जाने के बाद योगगुरु ने अपना नाम वापस ले लिया।
वहीं, न्यूज 18 के मुताबिक पिछले साल नवंबर 2017 में योग गुरु बाबा रामदेव ने असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के उस बयान का समर्थन किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि खराब कर्म के कारण कैंसर होता है। बाबा रामदेव ने कहा था पूर्व जन्म में जिन लोगों ने पाप किए होते हैं उन्हें कैंसर जैसी घातक बीमारी होती है और ऐसे लोग ही हादसों का शिकार होते हैं।
बाबा रामदेव ने कहा कि लोग अपने जीवन में जो करते हैं उसके परिणाम भुगतने होते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉन्फ्रेंस के स्पॉन्सर अमेरिकी कपंनी बाबा रामदेव के इस बयान से बेहद नाराज थे। हालांकि IIT मद्रास के प्रोफेसर डी करुंगारन ने कहा कि रामदेव इस कॉन्फ्रेंस से इसलिए हट गए हैं, क्योंकि उनका पहले से ही कही और जाने का प्रोग्राम था। कॉन्फ्रेंस का आयोजन 8 से 11 फरवरी तक IIT चेन्नई में किया जाएगा।