गुलज़ार आज के सबसे ज्यादा पंसद किए जाने वाले शायर, गीतकार, और लेखक है। युवा पीढ़ी ने जिस ख्याल को अपना ख्याल बना लिया है, वो गुलज़ार के शब्दों से होकर आता है।
उनके लेखन की सादगी और सहजता बेहद आसानी से लोगों की ज़बान पर चढ़ जाती है। गुलज़ार के लेखन और फिल्मों में सवेंदनाएं साफ़ साफ़ प्रकट होती हैं ।
कठिन से कठिन बात को आम लोेगों की बोलचाल में गीत और कहानी बनाकर पेश करने की शैली की वजह से गुलज़ार ओरों से अलग हो जाते है और उनका यहीं निरालापन उन्हें ना सिर्फ युवाओं का चहेता बनाता है बल्कि हर खास-ओ-आम की पहली पसन्द बना देता है।
गुलज़ार अब फिल्में नहीं बना रहे सिर्फ फिल्मों के लिए गीत लिख रहे है जबकि साहित्य में उनका लेखन बराबर चल रहा है। उनके द्वारा निर्देशित हुतूतू अभी तक की उनकी आखिरी फिल्म है जबकि उनकी बेटी मेघना गुलज़ार की फिल्म तलवार आने वाली है।
मशहूर शायर गुलज़ार का आज जन्मदिन है.
जन्म दिन मुबारक हो गुलज़ार साहब!
https://www.youtube.com/watch?v=wN3KTvQvYBU