अरबपति मुकेश अंबानी, कुमारमंगलम बिड़ला की कंपनियों के साथ साथ सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल, डाक विभाग और विदेशी स्वामित्व वाली दूरसंचार कंपनी वोडाफोन सहित 11 कंपनियों को रिजर्व बैंक ने बुधवार को भुगतान बैंक चलाने के लिये सैद्धांतिक मंजूरी दे दी.
गौर हो कि भुगतान बैंक लोगों से जमा स्वीकार करेंगे और धन का प्रेषण करेंगे. लेकिन इस तरह के बैंक किसी को कर्ज नहीं देंगे.
इसके साथ साथ सनफार्मा के प्रवर्तक दिलीप शांतिलाल सांघवी और पे-टीएम के विजय शेखर शर्मा को अपनी व्यक्तिगत हैसियत में भी भुगतान बैंक के लिये सैद्धांतिक मंजूरी मिली है. इसके अलावा चोलामंडलम् डिस्ट्रीब्यूशन सर्विसेज, फिनो पे-टेक और नेशनल सिक्युरिटीज डिपाजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) को भी इसके लिये मंजूरी दी गई है. कुल मिलाकर 41 आवेदकों में से 11 कंपनियों को भुगतान बैंक के लिये सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है.
भुगतान बैंक लाइसेंस के तहत कंपनियों को शुरआत में ग्राहकों से एक लाख रपये तक की जमा राशि स्वीकार करने की मंजूरी होगी. ये बैंक अपने ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग, धन प्रेषण सुविधा देने के साथ साथ बीमा एवं म्यूचुअल फंड योजना भी बेचेंगे. इसके अलावा भुगतान बैंक अपने ग्राहकों को एटीएम, डेबिट कार्ड जारी कर सकेंगे लेकिन क्रेडिट कार्ड देने की अनुमति नहीं होगी.