चुनाव खत्म होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्री ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट से किया बर्खास्त, राज्यपाल ने दी मंजूरी

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लोकसभा चुनाव निपटते ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओम प्रकाश राजभर पर बड़ा एक्शन लिया है।मुख्यमंत्री योगी ने राज्यपाल राज्यपाल राम नाईक से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री पद से बर्खास्त करने की सिफारिश की है। जिसे राज्यपाल रामनाईक ने मंजूरी दे दी है। बीजेपी और योगी सरकार ने अब राजभर से अलग होने का मन पूरी तरह से बना लिया है। राजभर पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री थे।

इससे पहले ओमप्रकाश राजभर की पार्टी के अन्य सदस्य जो विभिन्न निगमों और परिषदों में अध्यक्ष व सदस्य हैं सभी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। ओमप्रकाश राजभर ने भी इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री के फैसले का स्वागत करते हैं। गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है। बता दें कि योगी सरकार में मंत्री रहने के बावजूद राजभर प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार पर पिछले करीब एक साल से हमले करते आ रहे थे।

दरअसल, चुनाव की घोषणा होने के बाद भाजपा और राजभर के बीच सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पाई। भाजपा अपने सिंबल पर राजभर को घोसी सीट देना चाहती थी, जिसे उन्होंने इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने प्रदेश की 39 सीटों पर अपनी पार्टी से प्रत्याशी उतार दिए। जिन सीटों से उनकी पार्टी के प्रत्याशियों के नामांकन खारिज हुए वहां पर राजभर ने कांग्रेस और सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशियों को समर्थन दिया।

मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सोमवार सुबह की ट्वीट किया गया, ‘आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने महामहिम राज्यपाल को पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की सिफारिश की।’ इसके बाद राज्यपाल ने भी मंजूरी दे दी है।

हालांकि, इस पर ओमप्रकाश राजभर का कहना है, ‘मैंने तो पहले ही अपना इस्तीफा दे दिया था, अब उनका जो मन हो वह करें। वह कह रहे थे कि हम उनकी पार्टी से चुनाव लड़ें, ऐसा करने पर तो हमारी पार्टी का अस्तित्व खत्म हो जाता। जिस विचार को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, वह खत्म हो जाता।’

लोकसभा चुनाव खत्म होते ही अब भारतीय जनता पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समज पार्टी (सुभासपा) का नाता सोमवार को पूरी तरह से खत्म हो गया। यूपी सरकार में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने यूपी सरकार से इस्तीफा देने से मना कर दिया था और उत्तर प्रदेश में अपने 39 प्रत्याशी को भी उतारा था लेकिन एग्जिट पोल सामने आने के बाद अब ओमप्रकाश राजभर को बर्खास्त करने का मन बना लिया था।

 

 

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