बिहार के मुजफ्फपुर में केंद्रीय विद्यालय के छात्रों की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद प्रशासन ने अब कार्रवाई की है। एसएसपी के आदेश के बाद दोनों आरोपी छात्रों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन ने दोनों आरोपी छात्रों के दस दिनों के लिए स्कूल से निलंबित कर दिया है। कमेटी का कहना है कि इस मामले में दोनों पक्षों के अभिभावकों से संपर्क किया गया. इसके लिए एक जांच कमिटी का गठन किया गया है।
जांच कमिटी के रिपोर्ट के आधार पर दोनों आरोपी छात्र और उनके अभिभावकों से आगे इस तरह की गलती नहीं करने को लेकर लिखित आश्वासन लिया गया है।
एसएसपी ने स्थानीय पुलिस को आदेश देते हुए कहा कि वीडियो के आधार पर दोषियों की पहचान कर कार्रवाई करने का आदेश दिया था। इसके साथ ही मामले को छुपाने वाले लोगों पर भी कार्रवाई करने को कहा गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में सेन्ट्रल स्कूल में क्लास के भीतर ही छात्र को बुरी तरह से मारा पीटा जा रहा है।
वीडियो में पीड़ित छात्र बार-बार बचाव के लिए आवाज लगा रहा है लेकिन दबंग छात्रों का ग्रुप हाथ-पैर और मुक्के के बाद बेल्ट, जूते से छात्र को बुरी तरह पीटते हुए दिखाई दे रहा है. वीडियो में मारने वाले दो सगे भाईयों को पहचान लिया गया है।
विशाल और विक्की नामक छात्र दोनों सगे भाई हैं और स्कूल में क्रमश: 12 वीं और 11 वीं के छात्र हैं. पीटने वाले दोनों छात्रों की पहचान इलाके के कुख्यात शशिभूषण उर्फ फौजी के बेटे के रूप में की गई है. फौजी कई मामले में वांछित है और फिलहाल मुजफ्फरपुर केन्द्रीय कारा में बंद है।
पिटाई खाने वाले छात्र की पहचान शहर के रामदयालु नगर में रहने वाले उत्तम कुमार के रूप में की गई है जो 12 वीं कक्षा के बी सेक्शन का छात्र है।
जानकारी के मुताबिक स्कूल के दूसरे सेशन में पढ़ने वाले उत्तम कुमार ने पहले सेशन में पढ़ने वाले विशाल उर्फ तन्मय सिंह के बारे में स्कूल प्रबंधन से मारपीट सहित दूसरी कारगुजारियों की शिकायत की थी। इस बात से नाराज फौजी के दोनों बेटों ने अपने साथियों के साथ मिलकर उत्तम की क्लास रूम में पिटाई की और फिर छात्रों के बीच अपने नाम का आतंक फैलाने के लिए मारपीट का वीडियो बनाकर साथियों के बीच भेजा।