VIDEO: सुनील गावस्कर ने आजतक के एंकर रोहित सरदाना को LIVE टीवी पर कहा- ‘बस बातें करने के लिए बातें करते हो, थोड़ा सोच समझकर बातें करो’

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महेंद्र सिंह धोनी के विकेटकीपिंग दस्तानों पर सेना के चिन्ह के बने रहने की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की अपील को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने खारिज कर दिया है। आईसीसी ने साफ कर दिया है कि वह दस्तानों पर ‘बलिदान बैज’ को बनाए रखने की अनुमति नहीं दे सकती। इस मामले पर जारी विवाद के बीच आजतक के एंकर रोहित सरदाना को भारत के पूर्व महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर सुनील गावस्कर ने ऐसा जवाब दिया है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

दरअसल, इस विवाद को लेकर आजतक पर एक चर्चा के दौरान रोहित सरदाना ने दर्शकों को बताया कि खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने धोनी के समर्थन में ट्वीट किया है और कहा है कि भारत को धोनी का समर्थन करना चाहिए। साथ ही आईसीसी के समक्ष मजबूती के साथ अपनी बात रखना चाहिए। इसके अलावा पूर्व सेना प्रमुख और अब केंद्र में मंत्री जनरल वीके सिंह ने भी कुछ समय पहले ट्वीट कर कहा है कि हमें राष्ट्रीय गौरव से समझौता नहीं करना चाहिए। हमने पूरे दिन कई पूर्व खिलाड़ियों को सुना है। वे भी यही बात कह रहे हैं।

इसके बाद सरदाना ने क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर से कहा कि सुनील गावस्कर आपसे पूछ रहा हूं कि आपने लोगों की भावनाओं को टीवी और सोशल मीडिया पर देखा होगा। उनकी भावना आपके रुख से अलग है। यहां तो लोग कह रहे हैं कि हमें विश्व कप का भी बहिष्कार कर देना चाहिए, अगर आईसीसी धोनी को ये दस्ताने पहनकर मैच नहीं खेलने देती।

रोहित के इस सवाल से नाराज सुनील गावस्कर ने कहा, “करो…करो…कोई प्राब्लम नहीं है…जो भी करना है करो..कोई फर्क नहीं पड़ता। विश्व कप कौन जीतेगा फिर…? भारत वापस आएगी तो विश्व कप कौन जीतेगा? ये भी सोचा है कभी…? बस बातें करने के लिए बातें करते हो, थोड़ा सोच समझकर बातें करो।” सुनील गावस्कर के यह जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, लोग अपने अपने अंदाज में मजे ले रहे हैं।

बता दें कि बलिदान सेना की पैरोशूट रेजीमेंट की स्पेशल फोर्स का प्रतीक चिन्ह है। धोनी भी 2011 से इस रेजीमेंट में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल हैं और उनके दस्तानों पर यह प्रतीक चिन्ह अंकित है। धोनी के प्रतीक चिन्ह वाले दस्ताने पहनने पर आईसीसी ने आपत्ति जताई थी जिसके बाद बीसीसीआई ने क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था से अनुमति देने का आग्रह किया था। आईसीसी ने हालांकि भारतीय बोर्ड की मांग अस्वीकार कर दी।

आईसीसी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ऐसे किसी चिन्ह को पहनने की अनुमति नहीं दे सकता और खिलाडी केवल प्रायोजक का लोगो ही इस्तेमाल कर सकते हैं। इस बीच धोनी के आईसीसी विश्व कप के दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के दौरान ‘बलिदान चिन्ह’ को लेकर उठे विवाद से भारतीय सेना ने खुद को अलग करते हुए इसे इस विकेटकीपर बल्लेबाज का ‘निजी निर्णय’ करार दिया।

जीओसी इन सी साउथ वेस्टर्न कमान लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मैथसन यहां भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘अपने दस्तानों पर बलिदान चिन्ह का उपयोग करना धोनी का निजी निर्णय है। इससे सेना का कोई लेना देना नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि आइसीसी इस संबंध में निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है।

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