भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है। भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से सुनील यादव को मैदान में उतारा है। जिसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि भगवा पार्टी ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है।
आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को चुटकी लेते हुए ट्वीट किया, “इस सूची को देखते हुए और मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ ये उम्मीदवार, लगता है कि भाजपा ने आत्मसमर्पण कर दिया है।” उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ आप सभी 70 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
वहीं, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से रोमेश सभरवाल को मैदान में उतारा है। बता दें कि, दिल्ली में आठ फरवरी को चुनाव होंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी।
Going by this list and BJP candidate against CM Kejriwal , it seems, BJP has surrendered. 70/70 pic.twitter.com/J8BQv2BHhs
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) January 21, 2020
भाजपा ने सोमवार देर रात अपने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी कर दी और सुनील यादव को नई दिल्ली विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है। युवा चेहरा यादव भाजपा के युवा मोर्चा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष हैं। भाजपा ने यादव की युवा अपील पर भरोसा करते हुए उन्हें विधानसभा चुनाव के सबसे मजबूत प्रत्याशियों में से एक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उतारा है।
लिस्ट के अनुसार, नई दिल्ली सीट से भाजपा ने सुनील यादव को टिकट दिया है। इसके अलावा हरि नगर से तेजिंदर पाल बग्गा को टिकट दिया गया है। भाजपा की ओर से जारी दूसरी सूची में नांगलोई जाट से सुमनलता शौकीन, राजौरी गार्डन से रमेश खन्ना, हरि नगर से तेजिंदर पाल बग्गा, दिल्ली कैंट से मनीष सिंह, नई दिल्ली से सुनील यादव, कस्तूरबा नगर से रविंद्र चौधरी, महरौली से कुसुम खत्री, कालकाजी से धर्मवीर सिंह, कृष्णा नगर से अनिल गोयल और शाहदरा से संजय गोयल का नाम शामिल है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के लिए भाजपा के बाक़ी 10 उम्मीदवार घोषित, सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं..#BJPWinningDelhi pic.twitter.com/x5VD15OG41
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) January 21, 2020
दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच है। हालांकि, कांग्रेस की स्थिति भी पिछले चुनाव के मुकाबले मज़बूत लग रही है। 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) को रिकॉर्ड जीत मिली थी, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर जीत प्राप्त की थी और 3 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई थी, कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
हालांकि, 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत हुई थी और वोट प्रतिशत के लिहाज से कांग्रेस दूसरे नंबर पर पहुंच गई थी जबकि आम आदमी पार्टी (आप) तीसरे नंबर पर खिसक गई थी।