लालू यादव पर सरकार की कड़ी नजर का एक और मामला सामने आया है। इस बार पटना में हुई लालू की महारैली “भाजपा भगाओ, देश बचाओ” पर इनकम टैक्स वालों ने निशाने पर लिया हैं। पटना में महारैली कर लाखों लोगों को जुटाने का दावा करने वाले लालू को आयकर ने नोटिस भेज दिया है। इस नोटिस में विभाग ने लालू से पूछा है कि रैली के लिए वो इतना पैसा कहां से लेकर आए। यह नोटिस आयकर विभाग की TDS शाखा ने भेजा है जिसमें रैली को लेकर हुए खर्चे का हिसाब मांगा है।
लालू यादव को आयकर विभाग की और से जारी नोटिस में रैली में हुए खर्च के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। विभाग ने पूछा है कि रविवार को आयोजित रैली के लिए पार्टी ने कहां से पैसा जुटाया?
जबकि इस नोटिस के बाद राजनीतिक गर्मागर्मी का दौर शुरू हो गया। बीजेपी ने लालू पर निशाना साधते हुए कहा, श्लालू यादव को रैली का खर्च बताने में क्यों तकलीफ हो रही है। हमने भी अपनी रैली के खर्च का ब्यौरा दिया था।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, रैली में काफी खर्च किया गया था। पूरे पटना को बड़े-बड़े पोस्टरों से पाट दिया गया था। रैली में आने वाले लोगों के लिए तीन टाइम खाने की व्यवस्था और मनोरंजन के लिए भोजपुरी स्टार को बुलाया गया था। बड़े-बड़े तोरणद्वार और गेट लगाये गये थे। चारों ओर टेंट के साथ लोगों के रहने-खाने की व्यवस्था की गयी थी। रैली में हिस्सा लेने के लिए RJD के जो भी समर्थक पटना पहुंचे थे, उनके रहने और खाने पीने का इंतजाम पार्टी के 80 विधायक, सात पार्षद और तीन सांसदों के जिम्मे था।
इस रैली में लालू यादव और उनके परिवार के अलावा शरद यादव, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी, गुलाम नबी आजाद, सीपीआई नेता डी राजा, कांग्रेस के हनुमंत राव, डीएमके के एलांगोवन, एनसीपी के तारिक अनवर मंच पर मौजूद थे।