हमेशा अपने बयानों को लेकर मीडिया की सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और केंद्रिय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पूर्व अध्यक्ष ‘संस्कारी’ पहलाज निहलानी ने एक बार उन्हें अंडरगार्मेंट्स के बिना साटन की साड़ी पहनने के लिए कहा था, जिससे उन्हें ऐसा लगता था कि वह एक ‘सॉफ्ट पोर्न कैरेक्टर’ कि तरह था।
बता दें कि, कंगना रनौत बॉलीवुड की एक मात्र ऐसी अभिनेत्री रही हैं जो किसी भी टॉपिक पर बात करने से शरमाई नहीं हैं। वह हमेशा अपने हक़ के लिए खड़ी रही हैं और उन्होंने कई बार इंडस्ट्री में चल रहे गलत कामों पर भी सवाल उठाये हैं। कंगना ने ‘तनु वेड्स मनु’, ‘क्वीन’, ‘फैशन’ और ‘मणिकर्णिका’ जैसी फिल्मों से इंडस्ट्री में अपने लिए जगह बनाई और आज बॉलीवुड की सबसे कामयाब अभिनेत्री में से एक बन गई।
मिड-डे को दिए इंटरव्यू में कंगना रनौत ने पहलाज निहलानी द्वारा एक फोटो शूट को याद करते हुए कहा, फैक्ट ये है कि लोग मिलते हैं, आपसे प्रॉमिस करते हैं क वह आपको गाइड करेंगे-आपको हेल्प करेंगे। पहलाज निहलानी ने मुझे एक फिल्म ऑफर की थी। इस फिल्म का नाम रखा गया था- ‘आई लव यू बॉस’। इस फिल्म में एक फोटोशूट हुआ था। उन्होंने मुझे robe पहनने के लिए दिया जिसमें अंडरगार्मेंट्स शामिल नहीं थे। तो ऐसे में मुझे गर्ल पोज शो करना था। इसमें मुझे ऐसा रोल दिया गया था जो बॉस के प्रति लस्ट रखती है। कहा जा सकता है ये एक ‘सॉफ्ट पोर्न कैरेक्टर’ की तरह था। मैंने इसे देख कहा कि ये मैं नहीं कर सकती। मैंने कहा यही वह चीज है जिसके बारे में मेरे माता-पिता कह रहे थे।
कंगना ने आगे कहा, इसके बाद तुरंत मैं वहां से भाग निकली, मैं बिलकुल गायब हो गई। मैंने अपना नंबर भी बदल लिया। मैं इस बीच कई ऑडीशन देती रही। इसके बाद साल 2006 में मैंने अनुराग बसु की फिल्म गैंगस्टर के लिए टेस्ट दिया फिर मैंने इसमें काम किया। वहीं मैंने उस वक्त एक और फिल्म के लिए टेस्ट दिया था- POKIRI के लिए। दोनों फिल्में खुशियों की तरह मेरी झोली में एक साथ आ गई थीं। तो मैंने गैंग्सटर को चुना। हालांकि POKIRI भी हिट सबित हुई थी। बाद में मैंने पुरी सर के साथ काम किया था।
कंगना रनौत की आखिरी फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ थी, जो झांसी की रानी के जीवन पर आधारित थी। कंगना की यह फिल्म पिछले दिनों सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और फिल्म में कंगना रनौत के काम को पसंद भी किया गया था। फिल्म में युद्ध के दृश्यों की काफी चर्चा भी हुई और कहा जा रहा था कि फिल्मों में फिल्माए गए युद्ध के सीन्स काफी बेहतर है।