गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत शनिवार को एक अजीबोगरीब बयान देते हुए कहा कि सभी उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी दिलाना भगवान के हाथों में भी नहीं है। सीएम ने कहा कि कल अगर भगवान भी मुख्यमंत्री बन जाएं तो उनके लिए ऐसा कर पाना संभव नहीं होगा
वर्चुअल रूप से अपनी सरकार के महत्वाकांक्षी ‘स्वयंपूर्ण मित्र’ आउटरीच पहल को लॉन्च करने के बाद सीएम प्रमोद सावंत ने एक वेब कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों संग बात करने के दौरान कहा, “अगर कल भगवान भी सीएम बन गए, तो यह संभव नहीं है।”
‘स्वयंपूर्ण मित्र’ पहल के तहत गजेटेड ऑफिसर पंचायतों का दौरा करेंगे और राज्य के विकास के लिए बनी योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करेंगे, गांव में मौजूद संसाधनों के बारे में गहराई से जांच करेंगे और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इसके आधार पर सुझाव देंगे।
सावंत ने कहा, “बेरोजगारों को प्रतिमाह 8,000 से 10,000 रुपये तक की रोजगार मिलनी चाहिए। गोवा में ऐसी कई सारी नौकरियां हैं, जो बाहरी लोग हासिल कर लेते हैं। हमारे ‘स्वयंपूर्ण मित्र’ पहल में गांव में बेरोजगार लोगों के लिए छोटे-मोटे कामों की भी व्यवस्था की जाएगी।”
बता दें कि, गोवा में इन दिनों बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। राज्य में बेरोजगारी दर इस समय 15.4 प्रतिशत पर पहुंची हुई है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इसी महीने कंफेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज के एक समारोह में राज्य में तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी पर चिंता जताई थी। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)