उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुश्किलें बढ़ सकती है। दरअसल, एक आदिवासी महिला ने सीएम योगी और असम लोकसभा सांसद राम प्रसाद सरमा के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। इससे पहले 10 साल पहले एक प्रदर्शन के दौरान ली गई अपनी नग्न तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट और शेयर करने का आरोप लगाते हुए महिला ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
लक्ष्मी ओरंग नाम की इस आदिवासी महिला ने भारतीय दंड संहिता(IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत सब डिवीजिनल न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में शिकायत दायर की है। महिला ने योगी और सरमा के खिलाफ कथित तौर पर तस्वीर को अपने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट व शेयर करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया।
महिला ने सीएम योगी के खिलाफ दायर किए गए मामले में आरोप लगाया कि 24 नवंबर 2007 को गुवाहाटी के बेलटोला में अखिल असम आदिसवासी छात्र संघ के आंदोलन के दौरान बिना ब्लर किए ली गई उनकी नग्न तस्वीरों को सीएम योगी ने 13 जून को अपने सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट किया था। साथ ही महिला ने सांसद राम प्रसाद सरमा के खिलाफ फोटो शेयर करने को लेकर केस दर्ज कराया।
लक्ष्मी के मुताबिक, 10 साल पुरानी तस्वीर को फेसबुक पर शेयर करके उसकी अस्मिता को दोबारा नंगा किया गया है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ और सांसद रामप्रसाद के खिलाफ होना चाहिए, जिसके बाद सब डिवीजिनल न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने लक्ष्मी की याचिका को स्वीकार कर लिया।