नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर इन दिनों देश के कई राज्यों में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। उत्तर प्रदेश, गुजरात, दिल्ली, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, असम के साथ ही बिहार में भी इस पर जबरदस्त विरोध देखने को मिल रहा है। बता दें कि, सीएए और एनआरसी के खिलाफ बीते दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। यूपी में प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में उत्तर प्रदेश में करीब 15 लोगों की मौत हो गई है।
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग का एक और वीडियो सामने आया है। अब कानपुर में पुलिस फायरिंग का वीडियो सामने आया है। वीडियो में दो पुलिसवाले फायरिंग करते दिख रहे हैं। कानपुर हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई थी। हिंसक प्रदर्शन में मारे गए एक बच्चे के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने उनके बेटे को गोली मारी है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने उन्हें उनके बेटे से मिलने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि, ‘हम लोग मजदूरी करते थे, हमारा बच्चा भी मजदूरी करता था।’
मृतक के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, जिंदगी बर्बाद हो गई, अब हम क्या करेंगे? भीख मांगेंगे? हमसे मिलने कोई नहीं आया, हमें डॉक्टरों ने धोखा दिया। मेरे बच्चे की कोई सुनवाई नहीं हुई, हमें मेरे बच्चे से मिलने तक नहीं दिया। हम लोग मजदूरी करते थे, हमारा बच्चा भी मजदूरी करता था। जिस दिन भगदड़ मची तो हमारा बच्चा भी डर कर भागा। बस जैसे ही सड़क पार करने लगा तो उसे मार गिराया। पुलिस ने सीधे-सीधे गोली चलाई, हमारे बेटे ने हमें यह बात बताई कि पेट में गोली मारी। आते आते दम निकल गया।
कानपुर से पुलिस फ़ायरिंग का जो वीडियो सामने आया है, यह वीडियो शुक्रवार 20 दिसंबर दोपहर 3 बजे का बताया जा रहा है। बता दें कि, नागरिकता क़ानून के खिलाफ कानपुर में हुई हिंसा में 20 दिसंबर को 3 लोग मारे गए थे। वहीं, यूपी पुलिस का कहना है कि सिर्फ रबर बुलेट और पैलेट गन से फायरिंग हुई। हालांकि, वीडियों में पुलिसकर्मी फायरिंग करते दिख रहे हैं।
बता दें कि, नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में देखने को मिले हैं। यहां इन प्रदर्शनों के दौरान 15 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। कई शहरों में धारा 144 लागू कर दिया गया है। कई शहरों में माहौल तनावपूर्ण है।