हाल ही में हुए पांच राज्यों की विधानसभा चुनावों के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वनीयता पर उठे सवालों के बीच चुनाव आयोग आज(20 मई) इस संबंध में शंकाओं को दूर करने के लिए एक सार्वजनिक विशेष कार्यक्रम आयोजित करने जा रहा है। चुनाव आयोग के मुताबिक, ईवीएम व वीवीपैट की कार्यप्रणाली के प्रदर्शन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन बुलाया जाएगा।इस प्रदर्शन में जरिए चुनाव आयोग इस बात को साबित करेगा कि इस ईवीएम मशीन के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। यह प्रदर्शन करीब दो घंटे का होगा। साथ ही इस कार्यक्रम में ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर विपक्षी पार्टियों की चिंताओं को दूर करने के लिए ईवीएम को हैक करने की चुनौती के समाधान की तारीखों की घोषणा भी करेगा।
बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने 12 मई को सर्वदलीय बैठक की थी। इस बैठक में आयोग ने EVM की विश्वसनीयता पर चर्चा करने के लिए 7 राष्ट्रीय पार्टियों और और 48 राज्य स्तरीय पार्टियां शामिल हुईं थी। इस बैठक के बाद चुनाव आयोग ने घोषणा की थी कि वह विपक्षी पार्टियों की ईवीएम को हैक करके दिखाने की चुनौती को स्वीकार करेगा।
साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने यह भी घोषणा की थी कि भविष्य में होने वाले सभी चुनाव वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) मशीनों के साथ होंगे। बता दें कि वीवीपैट मशीन से एक पर्ची निकलती है, जिससे मतदाता को मालूम पड़ता है कि उसने जिस उम्मीदवार के पक्ष में ईवीएम का बटन दबाया, उसका वोट उसी को गया।दरअसल, विधानसभा चुनाव के बाद कई विपक्षी पार्टियों ने विधानसभा चुनावों के दौरान ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था, हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर चुका है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा), कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप) तथा तृणमूल कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक के दौरान ईवीएम में धांधली पर चिंता जताई थी।