हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बहुमत से दूर रहने के बाद राज्य में सियासी घमासान जारी है। हरियाणा में भाजपा ने जहां 75 पार का नारा दिया था उसे जनता ने झटका देते हुए 90 में से 40 सीटें दिलाई हैं जो पिछली बार की तुलना में 7 कम हैं। भाजपा राज्य में सरकार बनाने का ऐलान कर चुकी है तो वहीं विपक्षी दल लगातार उसपर हमला बोल रहे हैं। इस बीच, राज्य के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे और कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने खट्टर सरकार का हिस्सा बनने जा रहे निर्दलीय विधायकों पर हमला बोला है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “खट्टर सरकार का हिस्सा बनने जा रहे निर्दलीय विधायक अपनी राजनीतिक कब्र खोद रहे हैं। वे लोगों का भरोसा बेच रहे हैं। हरियाणा के लोग ऐसा करने वालों को कभी माफ नहीं करेंगे। लोग उन्हें जूते से मारेंगे।”
DS Hooda,Congress: Independent MLAs who are going to be a part of the Khattar government are digging their own political grave. They are selling the trust of people. People of Haryana will never forgive those who do so. People will thrash them with shoes. pic.twitter.com/VDjpZSBmzL
— ANI (@ANI) October 25, 2019
वहीं, हरियाणा जेजेपी अध्यक्ष सरदार निशांत सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमारे पास दोनों पक्षों से निमंत्रण है। हम अपने चुने हुए उम्मीदवारों के साथ चर्चा करने के बाद ही अपना निर्णय लेंगे। अगर बीजेपी के लिए कोई स्पष्ट बहुमत नहीं है, तो जाहिर है कि जनादेश उनके खिलाफ है। हम बैठक के बाद अपना रुख तय करेंगे।”
Sardar Nishant Singh, Haryana JJP president: We have invitation from both the sides. We'll take our decision only after discussing with our elected candidates. If there is no clear majority for BJP, obviously the mandate is against them. We will decide our stand after the meeting pic.twitter.com/u7Jc1h08kR
— ANI (@ANI) October 25, 2019
निर्दलीय विधायकों के साथ भाजपा हरियाणा में दोबारा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा में 6 निर्दलीय विधायक भाजपा को समर्थन देने को तैयार हैं। अगर ये समर्थन भाजपा को हासिल हो जाता है तो सरकार बनाने के लिए जेजेपी के समर्थन की ज़रूरत नहीं होगी।
ख़बरों के मुताबिक, गोपाल कांडा (सिरसा), चौधरी रणजीत चौटाला (रानिया), राकेश दौलताबाद (बादशाहपुर), नयनपाल रावत (पृथला),सोपबीर सांगवान (दादरी) बलराज कुंडू (महम) भाजपा को समर्थन देने को तैयार हैं। इनमें बलराज कुंडू, नयनपाल रावत, सोमबीर सांगवान इन तीनों ने भाजपा से टिकट न मिलने पर चुनाव से पहले पार्टी छोड़ी थी।