दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में दो नवंबर को पार्किंग को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प का एक नया सनसनीखेज CCTV फुटेज सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा हैं। इस वीडियो में वकीलों की भीड़ डीसीपी (DCP) नॉर्थ मोनिका भारद्वाज और उनके साथ मौजूद पुलिसवालों के साथ बदसलूकी करती हुई नज़र आ रही है।
समाचार एजेंसी ANI ने 2 नवंबर के दिन का एक वीडियो ट्वीट किया है। इस वीडियो में डीसीपी मोनिका भारद्वाज दूर से आ रहे वकीलों के सामने हाथ जोड़ती दिख रही हैं और वह वकीलों से शांत होने की अपील करती दिख रही हैं। लेकिन वकीलों का झुंड डीसीपी मोनिका की बात नहीं सुनते और देखते ही डीसीपी के पास पहुंच जाते हैं। फिर भी डीसीपी उन्हें बात करने के लिए और हिंसा न करने के लिए आग्रह करती दिखाई देती हैं लेकिन सैकड़ों की तादाद में वकीलों का समूह उन पर टूट पड़ता है और मारपीट शुरू कर देता है।
वकील मोनिका भारद्वाज और उनके सुरक्षाकर्मियों को धक्का मारते हुए पीछे की तरफ ले जाते दिखाई देते हैं। सूचना मिलने पर अन्य पुलिसवाले वहां पहुंचते हैं और कुछ वकीलों के साथ डीसीपी मोनिका को वहां से खींचकर बचा ले जाते हैं। ख़बरों के मुताबिक, इस हमले में कई पुलिसकर्मी जख्मी हो जाते हैं।
बता दें कि, 2 नवंबर को हुई हिंसा का कल भी एक वीडियो सामने आया था, इसमें पुलिस अधिकारी मोनिका भारद्वाज को कुछ पुलिसकर्मी वकीलों से बचाते दिख रहे हैं।
#WATCH: CCTV footage of DCP North Monika Bhardwaj pleading before the lawyers to stop violence when a clash broke out between police and lawyers at Tis Hazari Court in #Delhi on November 2. pic.twitter.com/xFWZBP3Swp
— ANI (@ANI) November 8, 2019
@DelhiPolice
तीस हजारी हिंसा का रोंगटे खड़ा करने वाला वीडियो !
देखिए कैसे वकीलों ने लॉकअप के बाहर खड़ी बाइक में आग लगा कर बलास्ट किया,कैसे सैकड़ों वकीलों का झुंड महिला डीसीपी से बदसलूकी कर रहा है,कैसे उनका स्टाफ उन्हें जान पर खेलकर उन्हें ले जा रहा है,कैसे वकील पुलिस को पीट रहे pic.twitter.com/M6271PAhKe— Mukesh singh sengar मुकेश सिंह सेंगर (@mukeshmukeshs) November 7, 2019
गौरतलब है कि, बीते दिनों दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच जमकर विवाद हुआ था। बता दें कि, तीस हजारी कोर्ट परिसर में शनिवार को पुलिस कर्मियों और वकीलों के बीच पार्किंग को लेकर कहासुनी हो गई थी, जोकि बाद में बड़ी हिंसा में बदल गई। इस दौरान कम से कम 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए थे। कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई या उनमें आग लगा दी गई।