‘जातीय और धार्मिक उन्माद के लिए राजनीतिक लोग ही नहीं नौकरशाही भी जिम्मेदार’

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राजधानी दिल्ली के नेहरू युवा केन्द्र में गुरुवार (21 जून) को अखिल भारतीय दलित मुस्लिम अधिकार मंच की कार्य समिति की एक आवश्यक बैठक हुई, जिसमें देश में बढ़ती हुई, दलित और मुस्लिम के खिलाफ नफरत और उन्हें कत्ल किए जाने के वारदात की कड़े शब्दों में आलोचना की गई, और इसकी भर्त्सना करते हुए लोगों ने भारतीय संविधान की रक्षा के लिए लोगों को जागरूक होने की अपील की।बैठक में अखिल भारतीय दलित मुस्लिम अधिकार मंच के अध्यक्ष रिटायर्ड आईएएस अधिकारी पंचम लाल ने कहा कि किस तरह की अमानवीय घटनाएं जो घट रही हैं उसके लिए केवल राजनीतिक लोग ही नहीं बल्कि इसके लिए नौकरशाही भी जिम्मेदार हैं, उन्होंने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वे जहां-जहां कलेक्टर या कमिश्नर रहे वहां इस तरह की घटनाएं पूरी तरह नहीं घटी और जब भी कभी जातीय और धार्मिक उन्माद पैदा करने की चेष्टा करते उसे शक्ति से कुचल दिया गया।

मंच के कार्यकारी अध्यक्ष तथा जमाते सलमानी के राष्ट्रयी अध्यक्ष हाजी अब्दुल शमी सलमानी ने कहा कि दलित और मुस्लिम पर बढ़ते हुए अत्याचार को रोकना हर भारतीयों का कर्तव्य होना चाहिए, क्योंकि राष्ट्र की एकता और अखंडता सर्वोपरि है। मंच के वरीय उपाध्यक्ष एवं इनटक के कौमी अध्यक्ष डॉक्टर अशोक चौधरी ने कहा कि पिछले कई सालों से देश के विभिन्न हिस्सों में दलित एवं मुस्लिम को सरेआम कत्ल किया जा रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है, उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वह इस तरह की घटनाएं को रोकने में नाकाम रही है।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए इमाम मोहिबुल्लाह नदवी, इमाम जामा मस्जिद (निकट पार्लियामेंट) ने कहा कि आज भारत के कुछ हिस्सों में जो दलित और मुसलमानों को कत्ल किया जा रहा है वह भारतीय संविधान और भारत के संस्कृति के बिल्कुल खिलाफ हैं जहां तक इस्लाम मजहब का सवाल है वह दहशत और नफरत कि कभी तालीम नहीं देता। जो लोग बेगुनाह दलित और मुसलमान के अलावा दूसरे मजलूमों का खुलेआम कत्ल कर रहे हैं और दूसरों पर भी ज़ालिमाना हरकत कर के हिंसा का वातावरण पैदा कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।मंच के संरक्षक और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शमायले नबी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि दलित और मुस्लिम अधिकार का ये मंच निश्चित रूप से देश में सौहार्द और धार्मिक सद्भाव बनाने का कार्य करेगा। मंच के प्रधान महासचिव अनीसुर रहमान ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि यह हर्ष का विषय है कि अब तक 8 राज्यों के वरिष्ठ नागरिक इस मंच से जुड़ चुके हैं।

कार्यक्रम में विशेष रूप से शमी सलमानी, हांश राज, इस्लामुद्दीन केशरी, भूपेंद्र सिंह, एम. एल. अम्बोरे, इमरान हाशमी, इंजीनियर फ़िरोज़ अहमद, सुजाता अम्बोरे, राशिद अली, अहमद, मोहम्मद सलीम सैफी, बिलाल सैफी, हाजी आरफीन मंसूरी, ताहिर, शमीम अहमद सैफी, शाहिद सिद्दीकी, अब्दुल अजीज, ललित, मतलूब राणा, चौधरी मो० यामीन, सुरेंद्र, रविन्द्र कुमार, नारायण जख्वा, अरविंद चरण, सतीश कुमार, आदि मौजूद थे।

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