उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण 60 से अधिक बच्चों की मौत मामले में मुख्य सचिव की जांच में आरोपी पाए गए बीआरडी मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, आरोपी राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला को मंगलवार(29 अगस्त) को कानपुर से गिरफ्तार किया गया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया है। खबरों के मुताबिक, आरोपी बनाए जाने के बाद फरार चले मिश्रा अपनी पत्नी के साथ कानपुर के एक नामी वकील के यहां छिपे हुए थे।
#GorakhpurTragedy : BRD Hospital principal Rajiv Mishra and wife Purnima arrested from Kanpur, STF taking them to #Gorakhpur
— ANI UP (@ANINewsUP) August 29, 2017
बता दें कि बच्चों की मौत मामले में 23 अगस्त को लखनऊ के हजरतगंज थाने में मामला दर्ज किया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद ऑक्सीजन सप्लाइ करने वाली कंपनी के निदेशक, तत्कालीन प्रिंसिपल डॉ. राजीव मिश्रा उनकी पत्नी पूर्णिमा शुक्ला और बीआरडी अस्पताल के डॉ. कफील खान सहित 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया था।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक के. के. गुप्ता की तहरीर पर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉक्टर आर. के. मिश्रा, इंसेफेलाइटिस वार्ड के नोडल अफसर डॉक्टर कफील खान, मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की आपूर्तिकर्ता कंपनी पुष्पा सेल्स समेत नौ लोगों के खिलाफ धारा 120 बी साजिश करने, 308 गैर इरादतन हत्या तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की सम्बन्धित धारा के तहत हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था।
गौरतलब है कि पिछली 10-11 अगस्त की रात को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 30 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि एक सप्ताह के दौरान 60 से अधिक बच्चों की मौत हो गई थी। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 अगस्त को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी।