दिल्ली सरकार द्वारा सोमवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था। इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और नेता प्रतिपक्ष सह भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता के बीच राजनीति से इतर दोस्ताना माहौल दिखा। गुप्ता ने अपने हाथों से सीएम केजरीवाल को खाना खिलाया। बाद में गुप्ता ने कहा कि यदि आम आदमी पार्टी केंद्र के साथ मिलकर काम करती है तो यह दिल्ली के पक्ष में होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होने पर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि इस घटना का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।
इस इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, विधानसभा अध्यक्ष, मंत्री इमरान हुसैन, दिल्ली कैबिनेट के सदस्य, विधायक अलग-अलग क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियां और आम लोग शामिल हुए। इस आयोजन की सबसे खास बात यह रही कि दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के मुखिया को खजूर खिलाकर रोजा इफ्तार पार्टी की शुरूआत की। हालांकि, इस पार्टी में कांग्रेस का कोई नेता नजर नहीं आया।
Delhi: Visuals of 'iftar' hosted by Delhi govt, Chief Minister Arvind Kejriwal & BJP leader Vijendra Gupta also present. Gupta says,'This event has nothing to do with politics & it's a day to meet & greet people with love and kindness. Do not politicise this event.' pic.twitter.com/5J7pvRYRxh
— ANI (@ANI) June 3, 2019
सदन में एक केजरीवाल के धुर विरोधी रहने वाले रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता ने इस शाम साथ बैठकर खुशी से दावत का लुफ्त उठाया। भाजपा विधायक ने इस बीच केजरीवाल को खाने की पेशकश ही नहीं की बल्कि दोंनो ने एक दोस्त की तरह अपने इन हल्के-फुल्के क्षणों को साझा किया। एक अन्य भाजपा विधायक ओपी शर्मा भी पार्टी में मौजूद रहे। कांग्रेस के नेता पिछले साल की तरह इस बार भी केजरीवाल की इफ्तार पार्टी से नदारद दिखे।
हालांकि, विजेंद्र गुप्ता दिन में किसी दोस्त की तरह केजरीवाल को खजूर खिलाते दिख रहे थे। वहीं देर रात उन्होंने अपने और केजरीवाल के फोटो को ट्वीट करते हुए दिल्ली सीएम के लिए ईश्वर से सदबुद्धि देने की प्रार्थना की है। उन्होंने लिखा, ‘रमज़ान के पाक मौक़े पर ईश्वर से प्रार्थना है कि केजरीवाल सरकार को सदबुद्धि दे।’
रमज़ान के पाक मौक़े पर ईश्वर से प्रार्थना है कि केजरीवाल सरकार को सदबुद्धि दे। https://t.co/l8bcmnM6Mj
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) June 3, 2019
दरअसल, लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगी हुई थी और जिसकी वजह से रमजान के महीने में कोई भी नेता इफ्तार नहीं दे सका। आचार-संहिता लागू होने के चलते इस बार दिल्ली सरकार के रोजा इफ्तार के आयोजन में कुछ देरी हुई। 26 मई तक दिल्ली में आचार-संहिता लागू थी, इसलिए अब दिल्ली सरकार की रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन हुआ।