छत्तीसगढ़ में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ को लाइव दिखाने को लेकर इंडिया टुडे के वरिष्ठ पत्रकार व एंकर राहुल कंवल की सोशल मीडिया पर जमकर आचोलना हो रही है। दरअसल, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच पहले से ही प्रस्तावित एक सैन्य अभियान को राहुल कंवल ने अपने शो जव मी मेट में हकीकत मुठभेड़ बताकर दिखाया था।
राहुल कंवल ने जिस प्रकार से सस्ते हथकंडे अपनाकर जिस प्रकार से चैनल की टीआरपी के लिए दर्शकों को भ्रामक रिपोर्ट दिखाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने वेबसाइट स्क्रॉल की एक लेख को शेयर करते हुए एक विनाशकारी खुलासा है जो चैनल और एंकर दोनों ने बेहत खराब प्रदर्शन किया है।
A devastating expose, that shows both anchor and channel in extremely poor light:https://t.co/MyZYhkU7Un
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) November 11, 2018
गुहा अकेले नहीं है जिन्होंने राहुल कंवल के इस अपमानजनक रिपोर्टिंग की आलोचना की है। पिछले 30 वर्षों से माओवादियों को कवर करने वाले बीबीसी के अनुभवी पत्रकार सलमान रवि ने भी राहुल कंवल पर तीखा हमला बोला है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए बस्तर में मौजूद रवि ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत में कहा कि राहुल कंवल की फर्जी रिपोर्टिंग ने अनगिनत पत्रकारों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, जो वर्तमान में कवर करने के लिए क्षेत्र में मौजूद हैं।
सलमान ने कहा कि ये लोग हमारे काम को कठिन और खतरनाक बनाते हैं। वह (राहुल) उन सभी लोगों को मजाक उड़ा रहे हैं जो संघर्ष कर इस क्षेत्र में अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। पत्रकार ने आरोप लगाया कि जवानों के बलिदान का यह एक मजाकिया दृष्य है। क्या यह सिर्फ के लिए शर्मनाक नहीं है?
We not only show you file footage, we take you to ground zero. This week on #JabWeMet, @rahulkanwal, along with anti-Naxal forces, takes you through some of the key Naxal areas. Watch this daunting episode tonight at 9.30 only on India Today TV pic.twitter.com/AmdpCsNTia
— IndiaToday (@IndiaToday) November 10, 2018
रवि ने कहा कि जिस प्रकार से राहुल ने फर्जी रिपोर्टिंग की मैं यहां पिछले 30 सालों से यहां कवर कर रहा हूं लेकिन मैंने इस प्रकार से लोगों को कभी भ्रामक रिपोर्ट नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि राहुल कंवल के नेतृत्व में इंडिया टुडे द्वारा विवादास्पद शो के प्रसारण होने के बाद इस क्षेत्र में माओवादी और सक्रिय हो गए थे, जिससे चुनावों को कवर करने वाले असली पत्रकारों का जोखिम बढ़ गया।
सोशल मीडिया पर राहुल कंवल की जमकर आलोचना हो रही है। लोगों ने उन्हें ‘कॉर्पोरेट पत्रकार’ करार दिया है। एक यूजर ने लिखा है कि एक राष्ट्रीय पत्रकार जंगल में क्रूरता के साथ मारा जाता है, लेकिन एक कॉर्पोरेट पत्रकार फिल्मी स्टंड की तरह से आसानी से दौरा कर लेता है। भारत एक और स्वतंत्रता संग्राम की ओर बढ़ रहा है।
आपको बता दें कि अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सली हमले में हमले में तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि दूरदर्शन के एक कैमरामैन अच्युतानंद साहू की भी मौत हो गई थी।