नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ की ‘फर्जी रिपोर्टिंग’ को लेकर BBC के पत्रकार ने राहुल कंवल पर बोला तीखा हमला

0

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ को लाइव दिखाने को लेकर इंडिया टुडे के वरिष्ठ पत्रकार व एंकर राहुल कंवल की सोशल मीडिया पर जमकर आचोलना हो रही है। दरअसल, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच पहले से ही प्रस्तावित एक सैन्य अभियान को राहुल कंवल ने अपने शो जव मी मेट में हकीकत मुठभेड़ बताकर दिखाया था।

राहुल कंवल ने जिस प्रकार से सस्ते हथकंडे अपनाकर जिस प्रकार से चैनल की टीआरपी के लिए दर्शकों को भ्रामक रिपोर्ट दिखाए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने वेबसाइट स्क्रॉल की एक लेख को शेयर करते हुए एक विनाशकारी खुलासा है जो चैनल और एंकर दोनों ने बेहत खराब प्रदर्शन किया है।

गुहा अकेले नहीं है जिन्होंने राहुल कंवल के इस अपमानजनक रिपोर्टिंग की आलोचना की है। पिछले 30 वर्षों से माओवादियों को कवर करने वाले बीबीसी के अनुभवी पत्रकार सलमान रवि ने भी राहुल कंवल पर तीखा हमला बोला है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए बस्तर में मौजूद रवि ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत में कहा कि राहुल कंवल की फर्जी रिपोर्टिंग ने अनगिनत पत्रकारों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है, जो वर्तमान में कवर करने के लिए क्षेत्र में मौजूद हैं।

सलमान ने कहा कि ये लोग हमारे काम को कठिन और खतरनाक बनाते हैं। वह (राहुल) उन सभी लोगों को मजाक उड़ा रहे हैं जो संघर्ष कर इस क्षेत्र में अपने जीवन को खतरे में डाल रहे हैं। पत्रकार ने आरोप लगाया कि जवानों के बलिदान का यह एक मजाकिया दृष्य है। क्या यह सिर्फ के लिए शर्मनाक नहीं है?

रवि ने कहा कि जिस प्रकार से राहुल ने फर्जी रिपोर्टिंग की मैं यहां पिछले 30 सालों से यहां कवर कर रहा हूं लेकिन मैंने इस प्रकार से लोगों को कभी भ्रामक रिपोर्ट नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि राहुल कंवल के नेतृत्व में इंडिया टुडे द्वारा विवादास्पद शो के प्रसारण होने के बाद इस क्षेत्र में माओवादी और सक्रिय हो गए थे, जिससे चुनावों को कवर करने वाले असली पत्रकारों का जोखिम बढ़ गया।

सोशल मीडिया पर राहुल कंवल की जमकर आलोचना हो रही है। लोगों ने उन्हें ‘कॉर्पोरेट पत्रकार’ करार दिया है। एक यूजर ने लिखा है कि एक राष्ट्रीय पत्रकार जंगल में क्रूरता के साथ मारा जाता है, लेकिन एक कॉर्पोरेट पत्रकार फिल्मी स्टंड की तरह से आसानी से दौरा कर लेता है। भारत एक और स्वतंत्रता संग्राम की ओर बढ़ रहा है।

आपको बता दें कि अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में नक्सली हमले में हमले में तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि दूरदर्शन के एक कैमरामैन अच्युतानंद साहू की भी मौत हो गई थी।

 

 

Previous article#MeToo: एमजे अकबर के बचाव में आई महिला पत्रकार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को बताया ‘सज्जन व्यक्ति और शानदार टीचर’
Next articleराष्ट्रपति, PM मोदी और राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने अनंत कुमार के निधन पर जताया शोक