उत्तर प्रदेश में स्थित बनारस के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय(BHU) में कथित छेड़खानी के विरोध में और अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही छात्राओं पर पुलिस द्वारा किए लाठीचार्ज मामले में योगी सरकार ने कार्रवाई करते हुए लंका के थाना प्रभारी, भेलूपुर के सर्किल अधिकारी और एक एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट (एसीएम) को हटा दिया है। इस बीच वाराणसी पुलिस ने बीएचयू परिसर में हिंसक वारदात और शांति भंग के आरोपों के तहत करीब 1200 अज्ञात छात्र-छात्राओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
उधर पूरे मामले पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए आईजी पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। इस बीच छात्रों के गुस्से को देखते हुए वाराणसी के सभी डिग्री कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। वहीं, छात्राओं पर पुलिस के लाठीचार्ज पर रविवार को चुप्पी तोड़ते हुए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने इसे बाहरी लोगों की साजिश बताया।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि बाहर के लड़कों ने आकर यूनिवर्सिटी में हंगामा किया। पीड़ित छात्रा को बीएचयू से कोई शिकायत नहीं है। हम कड़ी कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध हैं और ऐसा भी किया है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में बाहर के लोगों ने इस आंदोलन को हवा दी। हमें सूचना मिली है कि असामाजिक तत्व माहौल को खराब करना चाहते हैं।
16 हिरासत में लिए गए
छात्राओं पर लाठीचार्ज और छात्रों के हिंसात्मक प्रदर्शन की लपटें दूसरे दिन भी उठती रहीं। तनाव को देखते हुए बीएचयू परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। रविवार सुबह से ही बिड़ला छात्रवास के सामने धरना दे रहे छात्रों में से 16 को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। विश्वविद्यालय में दो अक्तूबर तक अवकाश घोषित होने के बाद प्रशासन ने हॉस्टल खाली कराना शुरू कर दिया है।
बता दें कि 21 सितंबर को भारत कला भवन के पास रात लगभग 8 बजे लाइब्रेरी से हॉस्टल लौट रहीं छात्राओं से बाइक सवार कुछ शोहदों ने छेड़खानी की थी, जिसके बाद छात्रओं ने आंदोलन शुरू किया था। रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे मंडलायुक्त बीएचयू पहुंचे और कुलपति प्रो. गिरीशचंद त्रिपाठी की मौजूदगी में छात्रओं से बातचीत की। यह रिपोर्ट हिंदुस्तान के हवाले से है।
छात्राओं पर लाठीचार्ज
बता दें कि बीएचयू में गुरुवार को हुई कथित छेड़खानी के विरोध में धरना प्रदर्शन के बाद शनिवार देर रात पूरा परिसर छावनी में तब्दील हो गया। न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, शनिवार की रात कुलपति आवास के पास पहुंचे छात्र और छात्राओं पर विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए।
छात्राओं का कहना है कि पुलिस ने उन पर भी लाठीचार्ज किया। इसके बाद छात्रों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने सुरक्षाकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिय। सभी छात्र संस्थान में गुरुवार को हुई कथित छेड़खानी के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि कुलपति ने हालात के मद्देनजर तत्काल प्रभाव से विश्वविद्यालय को दो अक्तूबर तक बंद रखने का आदेश दिया है। उन्होंने घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन भी किया है। उन्होंने कहा कि कुछ बाहरी अराजक तत्व हैं जो छात्राओं को आगे कर संस्थान की गरिमा को धूमिल करना चाहते हैं।
BREAKING: बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में छात्राओं पर लाठी चार्ज, वाईस चांसलर पर आरोप, लडकियां कर रही थी कैंपस में एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ का विरोध। रिपोर्ट्स के अनुसार जब छात्रा ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से अपने साथ हुए छेड़छाड़ की शिकायत की तो उन्होंने ने उलटा लड़की को ही बुरा भला कहना शुरू कर दिया।
Posted by जनता का रिपोर्टर on Saturday, 23 September 2017