उत्तर प्रदेश में पत्रकार पर हमला, अर्नब गोस्वामी का नाम लिए बगैर राहुल गांधी ने पूछा- क्या अधिकार सिर्फ चुनिंदा पत्रकारों के लिए याद आएंगे

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उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिसका ताजा मामला एक बार फिर से देखने को मिला है। ललितपुर जिले के जाखलौन थाना क्षेत्र में सड़क निर्माण के कार्यों की खबरों को कवर करते वक्त ग्राम प्रधान के बेटों ने कथित तौर पर एक पत्रकार पर हमला किया था। इस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भाजपा पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या कुछ चुनिंदा पत्रकारों के अधिकार याद आएंगे या फिर उत्तर प्रदेश के इस पत्रकार जैसे पीड़ितों की बात भी बात होगी।

उत्तर प्रदेश
फाइल फोटो: सोशल मीडिया

उन्होंने उत्तर प्रदेश के ललितपुर में विनय तिवारी नामक पत्रकार की कथित पिटाई संबंधी खबर को भी साझा किया। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में किसी का नाम लिए बगैर लिखा, ‘‘यूपी के पत्रकार विनय तिवारी को भाजपा के गुंडों ने बेरहमी से पीटा है। अधिकारों की बात चली है तो सोचा पूछ लें कि कुछ चुनिंदा पत्रकारों के लिए ही अधिकार याद आएंगे या विनय तिवारी जैसे पीड़ितों के लिए भी?’’

कांग्रेस नेता ने जो खबर साझा की, उसमें दावा किया गया है कि ललितपुर में कुछ स्थानीय भाजपा नेताओं ने पिछले दिनों पत्रकार विनय तिवारी की उस वक्त कथित तौर पर पिटाई कर दी, जब वह उनके गांव में मनरेगा संबंधी कार्य की रिपोर्टिंग के लिए गए थे। पत्रकार पर जानलेवा हत्या के मामले में पुलिस ने ग्राम प्रधान समेत पांच आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया था।

जाखलौन थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) जयप्रकाश चौबे ने बताया, ‘धोर्रा गांव में पत्रकार विनय तिवारी (35) के ऊपर जानलेवा हमले की यह घटना शनिवार की है। पत्रकार तिवारी भी धोर्रा गांव के ही रहने वाले हैं। उस गांव में अभिषेक मिश्रा की मां ग्राम प्रधान हैं और प्रधानी का पूरा काम अभिषेक ही करते हैं।’ (इंपुट: भाषा के साथ)

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