बैठक के दौरान दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने आयोग से मांग की कि उसे पांच राज्यों में हालिया विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल में लाए गए ईवीएम दिए जाएं, ताकि वह अपनी बात साबित कर सके। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हैकथॉन की मांग करते हुए कहा कि हमें ईवीएम मुहैया कराइए, हम दिखा देंगे कि उसे कैसे हैक किया जा सकता है। हम यह विधानसभा में दिखा चुके हैं।
सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि, चुनाव आयोग ने हैकाथन कराने से मना कर दिया है। आयोग ने कहा कि हम सिर्फ यह साबित करने का चैलेंज देंगे कि पिछले चुनाव की मशीनों में टेम्परिंग हुई थी। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘मैंने चुनाव आयोग से कहा है कि हमें पिछले चुनाव में इस्तेमाल मशीन दे दें, हम उसे भी टैम्पर करके दिखा देंगे। लेकिन अभी तक आयोग माना नहीं है।’
EC ने हैकाथन कराने से मना किया। कहा-हम सिर्फ यह साबित करने का चैलेंज देंगे कि पिछले चुनाव की मशीनों में टेम्परिंग हुई थी। 'आप' के सुझाव – pic.twitter.com/dYPyvCNCJA
— Manish Sisodia (@msisodia) May 12, 2017
मैंने चुनाव आयोग से कहा है कि हमें पिछले चुनाव में इस्तेमाल मशीन दे दें, हम उसे भी टैम्पर करके दिखा देंगे। लेकिन अभी तक आयोग माना नहीं है।
— Manish Sisodia (@msisodia) May 12, 2017
एक अन्य ट्वीट में सिसोदिया ने कहा कि, ‘हैकेथन का मतलब है कि आओ आकर हमारी EVM टैम्पर करके दिखाओ। जबकि चुनाव आयोग चैलेंज देगा कि पिछले चुनाव में मशीन टेम्परिंग होने के सबूत दो।’
हैकेथन का मतलब है कि आओ आकर हमारी EVM टैम्पर करके दिखाओ। जबकि चुनाव आयोग चैलेंज देगा कि पिछले चुनाव में मशीन टेम्परिंग होने के सबूत दो।
— Manish Sisodia (@msisodia) May 12, 2017
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम में छेड़छाड़ की शिकायतों को सही साबित करने लिए हैकाथॉन कराने के आम आदमी पार्टी के सुझाव को खारिज करने पर दुख जताया है।
Sad that EC has backed out of hackathon.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 12, 2017
इससे पहले उन्होंने पार्टी नेता अतिशी मरलीना के उस ट्वीट को भी रीट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग हैकाथॉन करना से क्यों डर रहा है। बता दें कि EVM में लोगों का विश्वास खत्म हो जाने का दावा करते हुए 16 पार्टियों ने आयोग से वैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने की व्यवस्था की ओर लौटने का अनुरोध किया था।बता दें कि इस प्रस्तावित बैठक से कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में एक वोटिंग मशीन की हैकिंग को प्रदर्शित किया था। पार्टी ने इस प्रदर्शन के लिए ईवीएम के एक प्रारूप का इस्तेमाल किया था। हालांकि, चुनाव आयोग ने आप के दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह ईवीएम जैसा दिखता है, लेकिन वह चुनाव आयोग का ईवीएम नहीं है।