देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में एक चौराहे पर वाहन चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से हुई नोकझोंक के दौरान रविवार को एक 35 वर्षीय व्यक्ति की कथित तौर पर हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक के पिता का आरोप है कि उनके बेटे की मौत किसी नियम के उल्लंघन करने पर ट्रैफिक पुलिस से तकरार के बाद हुई।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, नोएडा पुलिस का कहना है कि यह घटना रविवार शाम को गाजियाबाद के पास हुई और ट्रैफिक पुलिस के लोग जिले के ही थे। अधिकारियों के मुताबिक, ’35 साल का शख्स एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता था और वह डायबिटीज का मरीज था। वह अपने माता-पिता के साथ कार में था, तभी ट्रैफिक पुलिस के जवान ने गाजियाबाद में सीआईएसएफ कट के पास उन्हें पूछताछ के लिए रोका।’
मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि नए मोटर व्हीकल एक्ट के नाम पर ट्रैफिक पुलिस ने बदतमीजी की। उन्होंने कहा, ‘किसी भी चीज का एक तरीका होता है, यह सही है कि ट्रैफिक नियम बदल गए हैं। पुलिस को विनम्र होना चाहिए और किसी को निरीक्षण के लिए कहना चाहिए। यह तेज गाड़ी चलाने जैसा मामला नहीं था। वहां 2 बुजुर्ग लोग बैठे थे लेकिन उन्होंने डंडे से कार पर मारा। यह चेकिंग का तरीका नहीं है, मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई नियम है।’
उन्होंने नोएडा सेक्टर 58 पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से कहा, ‘मुझे यह नहीं देखना कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने विनम्रता से बात की थी। मैंने अपने जवान बेटे को खो दिया। मेरी 5 साल की पोती ने अपने पिता को खो दिया। मैं नहीं जानता कि उसकी देखभाल कौन करेगा। मैं खुद 65 साल का हो गया हूं। उसकी बेसिक जरूरतों को कौन पूरा करेगा।’ मृतक के पिता ने उम्मीद जताई है कि पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ उन्हें न्याय देंगे।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा पुलिस का कहना है कि उन्हें मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से इस घटना का पता चला और उन्होंने आंतरिक पूछताछ की है। गौतम बुद्ध नगर के एसएसपी वैभव कृष्णा ने कहा, ‘जांच के बाद यह सामने आया है कि मृतक की मौत का कारण हार्ट अटैक है और वह डायबिटीज का मरीज था। घटना गाजियाबाद में सीआईएसएफ कट के पास हुई। घटना का समय शाम 6 बजे है। मामले की जानकारी गाजियाबाद पुलिस को दे दी गई है।’