अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर सुखिर्यों में रहने वाले केन्द्र में सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जी-7 शिखर सम्मेलन में दिए गए भाषण को लेकर एक सवाल पूछा, जिसके बाद उन्हे सोशल मीडिया में मोदी समर्थक ने ट्रोल करना शुरु कर दिया। सुब्रमण्यम स्वामी ने पूछा कि क्या पीएम मोदी ने वास्तव में दुनिया के सात सबसे शक्तिशाली देशों के नेताओं के सामने भाषण दिया है। मोदी समर्थकों पर निशाना साधते हुए स्वामी ने पूछा कि क्या किसी के पास प्रधानमंत्री के भाषण की कॉपी है।
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने रविवार (13 जून) को अपने ट्वीट में लिखा था, “क्या कल और आज सुबह इस बात का प्रचार नहीं हुआ था कि मोदी आज जी-7 की बैठक को संबोधित करेंगे। क्या वह? अगर ऐसा है तो कृपया मुझे उनका भाषण भेजें।”
Wasn't there publicity yesterday and this morning that Modi will address G7 meeting today. Has he? If so please send me his speech.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 13, 2021
इस ट्वीट के बाद मोदी समर्थकों द्वारा ट्रोल किए जाने पर स्वामी ने लिखा कि उन्होंने तो सिर्फ सवाल किया था लेकिन ये सारे अंधभक्त और गंधभक्त डर गए।
भाजपा सांसद ने लिखा “मैंने ट्विटर पर एक साधारण सा सवाल किया था कि “क्या मोदी ने जी 7 में अपना भाषण दिया और क्या किसी के पास एक प्रति है जिसे मैं पढ़ना चाहूंगा। मुझे लगता है कि भारत के अलावा, अन्य आमंत्रित लोग ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिण कोरिया थे जिन्होंने भी बात की थी।” इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि,उनके इस सवाल से अंधभक्त और गंधभक्त इतने भयभीत क्यों हैं।
Andhbhakts and Gandhbhakts are so frightened by a simple question from me on Twitter that: Did Modi deliver his speech at G7 &whether anyone has a copy which I would like read. I find besides India, other invited were Australia, South Africa and South Korea who also spoke. Spin?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 14, 2021
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि तानाशाही, आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद, झूठी सूचनाओं और आर्थिक जोर-जबरदस्ती से उत्पन्न विभिन्न खतरों से साझा मूल्यों की रक्षा करने में भारत जी-7 का एक स्वाभाविक साझेदार है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, जी-7 शिखर सम्मेलन के ‘मुक्त समाज एवं मुक्त अर्थव्यवस्थाएं’ सत्र में मोदी ने अपने डिजिटल संबोधन में लोकतंत्र, वैचारिक स्वतंत्रता और स्वाधीनता के प्रति भारत की सभ्यतागत प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
मोदी ने आधार, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) और जेएएम (जन धन-आधार-मोबाइल) तीनों के माध्यम से भारत में सामाजिक समावेश और सशक्तीकरण पर डिजिटल प्रौद्योगिकियों के क्रांतिकारी प्रभाव को भी रेखांकित किया। पीएम मोदी ने भी केवल पीआईबी प्रेस विज्ञप्ति का लिंक साझा किया और अपने भाषण का कोई वीडियो लिंक साझा नहीं किया। वह आमतौर पर अपने प्रमुख सार्वजनिक भाषणों के वीडियो क्लिप साझा करने के लिए जाने जाते हैं।