बंदरों के उत्पात से परेशान दिल्ली विधानसभा ने NDMC से मांगी मदद

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अपने परिसरों में बंदरों के उत्पात से परेशान दिल्ली विधानसभा ने नगर निगम से मदद मांगी है, ताकि बंदरों को दूर रखा जा सके और विधायक बंदरों के काटने के डर के बिना काम कर सकें। बता दें कि करीब 10 दिन पहले एक बंदर अचानक सदन के अंदर आ गया था, जब विधायक अतिथि शिक्षक के मुद्दे पर चर्चा कर रहे थे। सदन में बंदर को देख कर विधायक स्तब्ध रह गए थे। इस घटना के बाद यह कदम उठाया गया है।

(Source: IE)

दिल्ली विधानसभा में 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान के दौरान भी बंदरों ने पत्रकारों और सुरक्षा कर्मियों के लिए लगाए गए तंबू के एक हिस्से को फाड़ डाला था। ना सिर्फ बंदरों को बल्कि 70 सदस्यीय सदन के भीतर सांपों को भी कई बार रेंगते हुए पकड़ा गया है।

विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने पीटीआई से कहा कि अक्सर विधायकों और विधानसभा के कर्मचारियों को बंदरों द्वारा काटे जाने का खतरा रहता है। मैं उार दिल्ली नगर निगम एनडीएमसी को पत्र लिखूंगा कि वे विधानसभा में अपने दलों को भेजें और बंदरों को पकड़े।

उन्होंने कहा कि एनडीएमसी बंदरों को अन्य स्थानों पर ले जा सकती है ताकि विधायक और कर्मचारी बिना डर के काम कर सकें। गोयल ने कहा कि उन्होंने एनडीएमसी अधिकारियों को पहले भी इस संबंध में कुछ करने के लिए कहा था।उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मियों ने कम से कम दो-तीन बार सांपों को देखा है लेकिन उन्होंने खुद कभी नहीं देखा।

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