मानसून सत्र में मचे हंगामे के बीच केंद्र सरकार मंगलवार को राज्यसभा में बहुचर्चित जीएसटी बिल पेश करने वाली है. इसके मद्देनजर बीजेपी ने अपने सांसदों को दोनों सदनों में मौजूद रहने का व्हिप जारी किया है.
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी अपने सांसदों को व्हिप जारी कर सदन में उपस्थित रहने के लिए कहा है. इससे पहले बीजेपी ने सदन में अपनी रणनीति बनाने के लिए संसदीय दल की बैठक बुलाई. उधर कांग्रेस भी आर पार की लड़ाई के मूड में है. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सुबह 10:30 बजे कांग्रेस के लोकसभा सदस्यों की बैठक बुलाई है.कांग्रेस के लिए मंगलवार का दिन कुछ मुश्किल भरा हो सकता है क्योंकि मुलायम सिंह यादव की सपा ने साथ छोड़ने के संकेत दिए हैं. मुलायम ने सोमवार को कहा था कि वह सदन चलने देना चाहते हैं.
उधर, भूमि अधिग्रहण बिल अब बिहार विधानसभा चुनाव के बाद संसद के शीत सत्र में लाया जाएगा. भूमि बिल के कुछ अहम प्रावधानों को लेकर विपक्ष अपने रुख पर कायम है, वहीं सत्ता पक्ष विधेयक का अध्ययन कर रही संयुक्त समिति में मतविभाजन से बचना चाहता है. संसद के शीतकालीन सत्र तक समिति का कार्यकाल और बढ़ाने की मांग करने का फैसला समिति में बीजेपी और कांग्रेस सदस्यों के बीच तीखे वाकयुद्ध के बाद लिया गया.
कांग्रेस ने 1894 के अधिनियम के तहत अधिग्रहित भूमि के मुआवजे संबंधी मामलों को निपटाने में विधेयक के पूर्वप्रभावी उपबंध में किसी भी प्रकार के बदलाव का विरोध किया. इसी 1894 के अधिनियम के स्थान पर 2013 में यूपीए सरकार के कार्यकाल में नया विधेयक पारित किया गया था.