मक्का में हज यात्रा के दौरान शैतान को पत्थर मारने के दौरान भगदड मच गई। इस भगदड़ के कारण लगभग 220 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 400 लोगों के घायल होने की संभावना है।
मक्का में आज हज की अदायगी का आखिरी दिन है साथ ही मक्का में ईद का दिन भी आज ही है। हाजी आज ही के दिन मीना, मुज़दलफा और मैदान-ए-अराफात से वापसी के बाद जमेरात में शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदा करते हैं। इसी दौरान लोग ये रश्म निभा रहे थे लेकिन अचानक हुई भगदड़ में 150 लोग मौत के गाल में समा गए। जानकारी के मुताबिक 400 लोगों के जख्मी होने की संभावना जताई जा रही है।
शैतान को पत्थर मारने के दौरान हादसे का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2006 में इस तरह के हुए हादसे में 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
रिपोर्टों के मुताबिक प्रशासन की तरफ से काफी अच्छे इंतजाम किए गए थे। बताया जा रहा है कि जिस रास्ते से पत्थर मारने के लिए जाने का इंतजाम है उससे लौटने की मनाही होती है, लेकिन कुछ लोग उसी रास्ते से वापस आ गए जिससे ये हादसा हुआ है।
इस साल हज के लिए 1.30 लाख भारतीय हज पर गए हैं। हालांकि, अभी पता नहीं चला है कि इस हादसे में किसी भारतीय की मौत हुई है या नहीं।
हालांकि हादसे के बारे में अभी तक सऊदी सरकार की ओर कुछ भी नहीं बताया गया है कि हादसा कैसे हुआ।
इससे पहले 12 सितंबर को जुमे की शाम हुए एक हादसे में भी 109 लोग मारे गए थे।