भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अगले साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी है, लेकिन पार्टी के ही सहयोगी उसकी हार की आशंका जता रहे हैं। खबरों की मानें तो उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार को कहा कि लोकसभा के आगामी चुनाव में बीजेपी की हार होनी तय है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने शनिवार को कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार तय है। बलिया जिले के रसड़ा कस्बे स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा राजभर ने कहा, ‘केंद्र की बीजेपी सरकार ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलट दिया। इसके अलावा उसने कई अन्य विवादास्पद कदम भी उठाए हैं। बीजेपी सररकार की ऐसी ही कार्यपद्धति रही तो इस पार्टी की आगामी लोकसभा चुनाव में हार निश्चित है।’
राजभर ने कहा कि गोरखपुर, फूलपुर और कैराना लोकसभा उपचुनाव से इसका आगाज हो चुका है। बीजेपी जब एससी/एसटी ऐक्ट को लेकर सीमा लांघेगी और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को रिहा करेगी तो ‘लंका दहन’ होना तय है।आपकों बता दें कि राजभर पहले भी सहयोगी बीजेपी के खिलाफ बयान देते रहे हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) से अलग होकर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा गठित करने वाले पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती द्वारा खाली किया गया सरकारी बंगला आवंटित किए जाने के बारे में भी राजभर ने टिप्पणी की। राजभर ने कहा कि सपा को कमजोर करने के लिए शिवपाल को वह आवास आवंटित किया गया है। राजभर ने आरोप लगाया कि यूपी में अधिकारी वर्ग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों का पालन नहीं कर रहा है। जनता की शिकायतों का भी सही तरीके से निस्तारण नहीं हो रहा है।
राजभर ने कहा कि नौकरशाह शिकायत के निस्तारण की केवल खानापूर्ति कर रहे हैं। सूबे में कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े किये और कहा कि पुलिस मुठभेड़ के बहुत से दावे फर्जी हैं। पुलिस गरीब लोगों को उसके घर या दुकान से उठाती है, उनका दो बार चालान करती है, फिर मुठभेड़ में मार डालती है।