उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार(26 फरवरी) को लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि, ’वो (पीएम मोदी) कहते हैं कि गोरखपुर में बिजली नहीं आती, मैं कहता हूं कि वहां का कोई बिजली का तार पकड़ कर दिखा दें कि बिजली आती है या नहीं।’
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘समाजवादियों ने बिना किसी भेदभाव के विकास किया है। मैं इस पर बहस करने के लिए तैयार हूं। देश के किसान सोच रहे हैं कि यूपी के बहाने उनका कर्ज माफ हो जाए। कहीं यूपी के किसान से वोट लेने के लिए आपने इनसे ये बात को नहीं की?
इसके अलावा सपा प्रमुख ने महाराजगंज में भी एक रैली को संबोधित करते हुए काशी में बिजली नहीं आने के पीएम मोदी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वाराणसी से चुनाव लड़ते समय पीएम ने कहा था कि गंगा मैया ने हमें बुलाया है, ‘अगर काशी में 24 घंटे बिजली नहीं आ रही तो पीएम खाएं गंगा मैया की कसम खाकर ये बात कहें’। अखिलेश ने कहा कि, ‘हमने जितनी बिजली रमजान पर दी, उससे अधिक दीवाली पर दी और क्रिसमस पर भी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (19 फरवरी) को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में एक चुनावी रैली के दौरान ‘सबका साथ सबका विकास’ का मतलब समझाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भेदभाव सबसे बडा संकट है। पीएम ने कहा था कि ‘अगर गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए। रमजान में बिजली मिलती है तो दीवाली में भी मिलनी चाहिए। होली में बिजली मिलती है तो ईद पर भी मिलनी चाहिए, कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। सरकार का काम है भेदभाव मुक्त शासन चलाने का। किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, धर्म और जाति के आधार पर बिल्कुल नहीं।’