गोरखपुर हादसा: बच्चों की मौत मामले में राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने योगी सरकार को भेजा नोटिस

0

गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में ऑक्सिजन की कमी के कारण पिछले एक सप्ताह में 60 से अधिक बच्चों की मौत का मामला गरमाता जा रहा है। इस संबध में राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग(एनएचआरसी) ने उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार को नोटिस जारी कर इस मामले में राज्‍य के मुख्‍य सचिव से एक विस्‍तृत रिपोर्ट मांगी है। मीडिया रिपोर्ट, इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है।

(AFP)

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्षेत्र गोरखपुर की बदहाल व्यवस्था को दर्शाने वाली यह घटना सामने आने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया है। बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 48 घंटे के दौरान 33 और पिछले एक सप्ताह के दौरान 60 से 70 मासूमों की मौत ने सबको झकझोर दिया है।

अब नोटिस के जवाब में योगी सरकार को बताना होगा कि अब तक कितने मासूमों की मौत हुई है? साथ ही मारे गए पीड़ित परिवारों के राहत और पुनर्वास के लिए क्या-क्या आवश्यक कदम उठाए गए? इसके अलावा मामले में अब तक दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई? यूपी सरकार को चार हफ्ते में इन सवालों का जवाब देना होगा।

बता दें कि इस हादसे से पूरा देश सदमे में है। यह घटना देसी-विदेशी मीडिया सहित सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। इस बीच रविवार(13 अगस्त) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा गोरखपुर पहुंचे। अस्पताल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से रिपोर्ट ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि मिसाल बनेगी।

भावुक हुए सीएम योगी

रविवार को अस्पताल के दौरे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फेंस के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि बच्चों की मौत के मामले की गहन जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इस मामले में कोई लापरवाही नहीं हुई है। उन्होंने दावा किया कि बच्चों की मौत ऑक्सिजन की कमी के चलते नहीं हुई। सीएम योगी मीडिया से बात करते हुए भावुक भी हो गए।

मीडिया को दी नसीहत

इस दौरान सीएम योगी ने मीडिया कवरेज पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी पत्रकार लोग सरकारी अस्‍पतालों में जाइए। बाहर से रिपोर्टिंग नहीं, मौके पर जाइए वार्ड में। मैं आपको इस बात की सुविधा देने जा रहा हूं। प्रत्‍येक पत्रकार को कैमरा के साथ भीतर जाने की इजाजत होगी। उन्‍होंने कहा कि बाहर रहकर फेक रिपोर्टिंग नहीं करनी चाहिए।

सभी पत्रकारों को वार्ड के अन्दर जाकर यथास्थिति की जानकारी लेनी चाहिए। मुझे इन्सेफेलाइटिज की पीड़ा है। सीएम ने कहा कि केंद्र व राज्‍य के कई अधिकारी गोरखपुर में मौजूद हैं। प्रधानमंत्री जी ने पूरी मामले की जानकारी लेने के लिए कुछ स्‍तरीय चिकित्‍सकों की टीम यहां भेजी हैं। उन्‍होंने अपना कार्य भी शुरू कर दिया है।

 

 

Previous article8000 रुपए में हुई थी 4 के साथ सेक्स डील, चारों ने एक-एक कर बनाया संबंध और फिर…
Next articleगोरखपुर हादसे पर बोले अमित शाह- देश में पहली बार नहीं हुआ ऐसा हादसा, जन्माष्टमी तो मनाएंगे ही