पिछले कई महीनों से समाजवादी पार्टी(सपा) में चल रहे घमासान के बीच दोनों(मुलायम और अखिलेश) खेमों में सुलह के आसार अभी तक नहीं दिख रहे हैं। जारी विवाद के बीच समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व अपने बेटे अखिलेश यादव पर पहली बार जोरदार हमला बोला है। मुलायम ने एक सभा के दौरान कहा कि जो व्यक्ति अपने बाप का नहीं हुआ वह किसी और का कैसे हो सकता है।
मैनपुरी में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा कि जो बाप का न हुआ वह किसी का नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि मेरा बहुत अपमान किया गया, आज तक किसी ने मेरा इतना अपमान नहीं किया था। सपा संरक्षक मुलायम ने कहा कि बेटे(अखिलेश) ने चाचा(शिवपाल यादव) को ही मंत्री पद से हटा दिया। जिसने उसको जीवन की सही राह दिखाई। उन्होंने कहा कि मैंने अखिलेश यादव को सीएम बनाया, ऐसा कोई पिता नहीं जिसने खुद के रहते ऐसा किया हो।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अखिलेश ने मुलायम को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर खुद उस पर अपनी ताजपोशी करा ली थी। साथ ही अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल यादव को मंत्रिमंडल से तो अमर सिंह को पार्टी से ही निष्कासित कर दिया था। हालांकि, अखिलेश ने ऐलान किया था कि वे तीन महीने बाद अपने पिता और पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह को सब कुछ सौंप देंगे।
अब चुनाव के बाद अखिलेश पार्टी का अध्यक्ष पद मुलायम सिंह को वापस सौंपने का इरादा त्याग दिया है। उन्होंने घोषणा कर दी है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अब सितंबर में ही होगा। यानी तब तक अखिलेश इस पद पर कायम रहेंगे और मुलायम सिंह चाहें तो अपने को पार्टी का अभिभावक कहते रह सकते हैं। आपस में जूझ रहे यादव परिवार के लिए अपनों से निपटना ज्यादा बड़ी चुनौती है।