कोरोना लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र से मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या) की घटना सामने आई है। पालघर जिले में ग्रामीणों के एक समूह ने गुरुवार देर रात चोर होने के संदेह पर तीन अज्ञात लोगों की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। बता दें कि, यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर महाराष्ट्र समेत पूरे देश में तीन मई तक लॉकडाउन चल रहा है और लोगों की आवाजाही या सभा पर पूरी तरह प्रतिबंध है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस ने कासा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर आनंदराव काले के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि, घटना रात 10 बजे के आसपास हुई, लेकिन पुलिस को आज तड़के शव मिले। पीट पीटकर मार डाले गए तीनों लोगों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। ये तीनों एक कार से मुंबई से यात्रा कर रहे थे, उन्हें गडचिनचले गांव के पास ढाबाड़ी-खानवेल रोड पर रोका गया। उनके चोर होने का संदेह करते हुए ग्रामीणों ने वाहन को घेर लिया। तीनों को घसीटकर कार से बाहर निकाला और लाठी, पत्थर समेत अन्य चीजों से बेरहमी से मारा। इसके बाद उन्हें वहीं छोड़ दिया।
घटना के बारे में जानकारी मिलने के कुछ घंटे बाद पुलिस वहां पहुंची। उन तीनों के शव खून से लथपथ पड़े थे और उनकी कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। उनके शवों को पालघर के एक सरकारी अस्पताल में शव परीक्षण के लिए भेजा गया है। इंस्पेक्टर ने मीडियाकर्मियों से कहा, “हमने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, सशस्त्र दंगे, लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन समेत अन्य आरोप दर्ज किए हैं। अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, मामले की जांच जारी है।”
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए 24 मार्च को 14 अप्रैल तक देशभर में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी लेकिन अब इसकी अवधि को तीन मई तक बढ़ा दिया गया है।