भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने पूर्व में विमान कंपनी जेट एयरवेज के पायलट पर एक भारतीय यात्री के खिलाफ ‘नस्ली’ टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। हरभजन सिंह ने पायलट पर नस्लीय भेदभाव, महिला और एक दिव्यांग व्यक्ति से मारपीट का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। हरभजन के इस आरोप के बाद पांच मई को जर्मन पायलट ब्रंड हॉसलिन को जेट एयरवेज ने बर्खास्त कर दिया गया था।
इसी मामले में अब जर्मन पायलट ब्रंड हॉसलिन ने क्रिकेटर हरभजन सिंह और उनके दोस्तों को मानहानि का नोटिस भेजा है। आरोप है कि हरभजन सिंह ने जर्मन पायलट के ऊपर नस्लभेदी टिप्पणी करने का झूठा आरोप लगाया था जिस वजह से उसकी नौकरी गई है। बर्नड होसलिन ने जेट एयरवेज को भी नोटिस भेजा है।
हरभजन सिंह ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी टैग किया था। टि्वटर पर भज्जी ने लिखा था कि पायलट, जिसका नाम ब्रंड हॉसलिन था, ने एक महिला के साथ हाथापाई की और शारीरिक रूप से असक्षम व्यक्ति को गाली दी।’ पायलेट ने यात्रा कर रहे दो भारतीयों को अपमानित करते हुए फ्लाइट से निकल जाने को कहा, जबकि वो खुद इसी एयरलाइंस के लिए भारत में काम कर रहे हैं।
Not only was he racist but physically assaulted a lady and abused a physically challenged man..absolutely disgraceful &shame on @jetairways
— Harbhajan Turbanator (@harbhajan_singh) April 26, 2017
अब पायलट ब्रंड हॉसलिन के वकील समित शुक्ला ने सभी आरोपों को गलत बताया है। शुक्ला का कहना है कि जेट एयरवेज ने हरभजन के दवाब में आकर कार्रवाई करते हुए उनके क्लाइंट को नौकरी से निकाल दिया। पायलट ने हरभजन और दो अन्य यात्रियों (पूजा सिंह गुजराल और जतिंदर सिंह) पर मानहानि का मुकदमा दर्ज किया है और करीब 96 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा है।