मध्यप्रदेश में कैग ने पकड़ा 136 करोड़ का डामर घोटाला, रिपोर्ट विधानसभा में पेश

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व्यापम की आग शांत हुई नहीं और मध्यप्रदेश में एक नया घोटाला सामने आ गया| भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने मध्यप्रदेश में 136 करोड़ रुपए का डामर घोटाला पकड़ा है| बुधवार को विधानसभा में पेश कैग रिपोर्ट के अनुसार 16 सब डिविजन में 90 मुख्य जिला सड़कों (एमडीआर) और 437 अन्य सड़कों के निर्माण में इस्तेमाल किया गया 16,161 मीट्रिक टन डामर के इस्तेमाल किया गया| पीडब्ल्यूडी के इंजिनियरों ने ठेकेदारों को 105.26 करोड़ रुपए बिना बिल पेश के पास कर दिए|

इसके साथ ही कैग की रिपोर्ट के अनुसार पीडब्ल्यूडी के इंजिनियरों ने डामर की क्वालिटी की जाँच किये बिना, 30 करोड़ रुपए के बिल भी पास कर दिए|

कैग की रिपोर्ट के अनुसार तीन सब डिविजन बालाघाट, नीमच और विदिशा में 13 एमडीआर और 94 अन्य सड़को के निर्माण में पैक्ड डामर के उपयोग की शर्त थी| लेकिन ठेकदारों ने या तो बिल ही पेश नहीं किए या बल्क डामर के डुप्लीकेट बिल पेश कर दिए| जिसके बाद विभाग ने पैक्ड डामर का उपयोग सुनिश्चित किये बिना, 30 करोड़ 96 लाख का भुगतान कर दिया|

कैग के अनुसार पैक्ड डामर और बल्क डामर के रेट में 3000 रुपए प्रति मीट्रिक टन का अंतर है| ऐसी स्थिति में ठेकेदारों से 1.26 करोड़ रुपए की वसूली की जानी चाहिए|

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