यह तस्वीर देखकर आपके मन कई सवाल उठ रहे होंगे। सबसे पहले तो आपके दिमाग में यही आएगा कि यह किसी हिंदूवादी संगठन के सम्मेलन का दृष्य होगा। लेकिन आप गलत हैं, क्योंकि यह किसी हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता नहीं है। दरअसल, यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेस कॉन्फेंस की है, जहां राज्य के सभी बड़े पत्रकार भगवा गमछा पहनकर शामिल हुए थे।हालांकि, ‘जनता का रिपोर्टर’ इस खबर की पुष्टि नहीं करता है, क्योंकि हमारे रिपोर्टर ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले में प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की, लेकिन किसी से संपर्क नहीं पाया। हालांकि, सोशल मीडिया पर इस बात का दावा किया जा रहा है कि सीएम आदित्यनाथ के प्रेस कॉन्फेंस में शामिल हुए सभी पत्रकार अपने-अपने कंधों पर भगवा गमछा धारण किए हुए थे।
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीते मंगलवार को लखनऊ के 5 कालिदास मार्ग पर स्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर एक कार्यक्रम को लेकर प्रेसवार्ता आयोजित किया गया था, जिसमें राज्य के करीब सभी वरिष्ठ और मान्यता प्राप्त पत्रकार शामिल हुए थे।
रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले दिनों यूपी और राजस्थान सरकार के बीच रोडवेज बसों के नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए समझौते हुए थे। इसी समझौते की जानकारी देने के लिए सीएम आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया। इस दौरान शामिल हुए सभी पत्रकारों को भगवा गमछे बांटे गए। जिसे पत्रकारों ने गले में लटकाकर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए।
जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे पत्रकारों को गेट पर ही योगी सरकार के अधिकारियों द्वारा भगवा गमछा बांटा गया, जिसे सभी पत्रकार पहनकर इस सम्मेलन में शामिल हुए। हालांकि, इस सम्मेल नें बैठे कुछ ऐसे भी पत्रकार दिखाई दे रहे हैं, जिनके कंधों पर भगवा गमछा नहीं दिख रहा है।
सोशल मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो गया है। लोग पत्रकारों की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, पहचानिए अपने प्रिय चैनल और अखबार के पत्रकार को। वह यहीं कहीं है। गौर से देखिए। यूपी के सीएम निवास पर संवाददाता सम्मेलन की तस्वीर।
पढ़ें, सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं:-
यह तस्वीर हिन्दू युवा वाहिनी , बजरंग दल , शिवसेना , विश्व हिन्दू परिषद या श्री सेना के नेताओं की नहीं , बल्कि यह यह सारे पत्रकार है pic.twitter.com/XAdm5pLPgv
— Rofl marwadi بے روزگار (@i_marwadi) June 16, 2017
डूब मरना चाहिये ऐसे पत्रकारों को जिनकी पत्रकारिता तो पहले ही मर चुकी है।जो एक पार्टी विशेष का पट्टा (भगवा गमछा) गले में डाले है @AAPforINDIA https://t.co/LGF3oLHtQz
— Anand Kalra? (@anandkalra69) June 16, 2017
पत्रकार सम्मेलन मैं बैठे पत्रकार जिन्होंने भगवा गमछा नही डाला वह अभीतक नही बिकेऔर जोडाले है उन्हें दलाल समझा जाये@ETVUPLIVE @yadavakhilesh pic.twitter.com/WerzQpe03W
— शिवपाल यादव (@yadavshivpal90) June 16, 2017
https://twitter.com/shreya0088pand1/status/875362134443433984?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=http%3A%2F%2Fboltahindustan.com%2F
बिकाऊ मिडिया, भांड मिडिया, भड़काऊ मिडिया, फेकू मिडिया, दलाल मिडिया, भगवा मिडिया, गोदी मिडिया अब गमछा मिडिया ????#upपत्रकार _सम्मेलन pic.twitter.com/CWjx6bEyB8
— Haider Ali Khan (@khanonlyforyou) June 16, 2017
जब पत्रकारिता इस हद तक गिर जाए कि cm के आने पर पत्रकार भगवा गमछा पहन ले तो इसे पत्रकारिता नही दलाली कहते है pic.twitter.com/FLGKyOKEXN
— हातिम अंसारी (@HatimAnsari17) June 16, 2017
क्या पत्रकारिकता पर भी भगवा रंग चढ़ चूका है ❓https://t.co/44TOjMddmB
— Ehti ?? (@EhtiShyam) June 15, 2017
लोकतंत्र का चौथा खम्भा भगवा गमछा ओढ़ कर मुख्यमंत्री के निवास पर पहुंचा,यूपी के मुख्यमंत्री निवास पर हुए संवाददाता सम्मेलन की ताजा तस्वीर है pic.twitter.com/QJbW9JVllS
— Sajid Ali Syed ساجد علی سید (@sajidrazvi8) June 15, 2017
भगवा गमछा पहने या ठगवा गमछा आप स्वतंत्रहै लेकिन देश को जबाव दे क्या आपलोग निष्पक्ष पत्रकार है क्या यही पत्रकारिता है https://t.co/soAVwvj0U1
— Lalu Prasad Yadav (Parody) (@ModiLeDubega) June 15, 2017