बजट सत्र आज से, PM मोदी ने राजनीतिक पार्टियों से की तीन तलाक विधेयक पारित कराने की अपील

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केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सोमवार (29 जनवरी) से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में तीन तलाक विधेयक को पारित कराने की पूरी तैयारी कर ली है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बाद सोमवार से सत्र शुरू हो जाएगा। इस बीच सरकार ने साफ किया कि वह सोमवार से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र में विवादास्पद तीन तलाक बिल को पास कराने पर जोर देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बजट सत्र शुरू होने से पहले पत्रकार से बातचीत में विपक्षी पार्टियों से तीन तलाक बिल को पारित कराने की अपील की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक दलों को विनम्र आग्रह करता हूं कि तीन तलाक बिल मुस्लिम महिलाओं के हक की रक्षा करने वाले निर्णय का हम सब सम्मान करें। 2018 में एक नई सौगात हम मुस्लिम महिलाओं को दें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पूरा विश्व भारत की प्रगति को लेकर आशान्वित हैं। विश्व की सभी क्रेडिट एजेंसी, वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ सकारात्मक ऑपिनियन देती रहीं हैं। यह बजट देश की बढ़ रही इकोनॉमी को एक नई ऊर्जा देने वाला है। उन्होंने कहा कि सामान्य लोगों की आशाओं को पूरा करने वाला बजट आएगा। वहीं, संसद भवन में अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी कहा कि मैं आशा करता हूं कि तीन तलाक के विधेयक को जल्द ही कानून का रूप दिया जाएगा।

इसके एक दिन पहले रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों के साथ तालमेल बनाने की कोशिश की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से सार्थक बजट सत्र के लिए रचनात्मक माहौल बनाने की अपील की। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र में राज्यसभा में अटके एक बार में तीन तलाक संबंधी बिल को इस सत्र में पारित कराना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। विपक्षी दल इसे सिलेक्ट कमिटी के पास भेजने पर अड़े हुए हैं।

यही नहीं, विपक्ष संवैधानिक संस्थाओं पर कथित प्रहार, जीएसटी, किसानों की समस्या के साथ ही यूपी के कासगंज में हाल में भड़की सांप्रदायिक हिंसा जैसे मामलों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेगा। ऐसे में प्रधानमंत्री ने लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों को भरोसे में लेने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी राजनीतिक दलों की ओर से उठाए गए मुद्दों को प्राथमिकता देती है। सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने पत्रकारों को यह जानकारी दी।

संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि बैठक में सरकार और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच इस बारे में आमसहमति थी कि संसद का कामकाज बिना किसी व्यवधान के सुचारू रूप से चलाया जाए। किसी भी विषय पर गतिरोध को रचनात्मक चर्चा के माध्यम से दूर किया जाए। सदन का कामकाज सुचारू रूप से चलाने और प्रमुख विषयों एवं प्रस्तावित विधेयकों पर चर्चा के लिए सरकार और विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत हुई।

संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया, ‘सरकार बजट सत्र के दौरान तीन तलाक संबंधी विधेयक को पारित कराने का हरसंभव प्रयास करेगी।’ अनंत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों के नेताओं से बजट सत्र की सफलता सुनिश्चित करने की अपील की। केंद्र सरकार की तरफ से बुलाई गई बैठक शाम 4 बजे शुरू हुई जो करीब दो घंटे तक चली।

इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, एसपी नेता मुलायम सिंह, सीपीआई नेता डी राजा, टीएमसी के डेरेक ओ’ब्रायन, सुदीप बंदोपाध्याय, डीएमके की कनीमोझी जैसे नेताओं ने हिस्सा लिया। वहीं, देर शाम को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी सर्वदलीय बैठक की।

बजट सत्र के दौरान सरकार तीन तलाक संबंधी विधेयक के साथ अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा प्रदान करने से जुड़े विधेयक को भी पारित कराना चाहती है। वहीं, विपक्षी दल कानून एवं व्यवस्था की स्थिति, संवैधानिक संस्थाओं पर कथित प्रहार और जीएसटी तथा कारोबारियों की स्थिति, किसानों की समस्या जैसे विषयों पर चर्चा करना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि 9 फरवरी को बजट सत्र का पहला चरण खत्म होगा। उसके बाद अवकाश के पश्चात 5 मार्च को संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण प्रारंभ होगा जो 6 अप्रैल तक चलेगा।

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