महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी बिजली संकट के लिए सरकार पर हमला किया तो सोशल मीडिया यूज़र्स ने पूछा, ‘आम्रपाली फ्लैट घोटाले का क्या?’

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महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी सिंह रावत ने कई सालों से बिजली संकट को लेकर झारखंड सरकार पर निशाना साधा है। जवाब में इंटरनेट यूज़र्स ने पूर्व भारतीय कप्तान की पत्नी को आम्रपाली ग्रुप में फ्लैट्स को लेकर होने वाले घोटाले के बारे में सवाल पूछ कर शर्मिंदा करने की कोशिश की।

भारत के पूर्व कप्तान की नाराज पत्नी ने अपनी निराशा साझा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने लिखा, ‘झारखंड की एक टैक्स पेयर होने के नाते बस यह जानना चाहती हूं कि झारखंड में इतने सालों से बिजली संकट क्यों है? बावजूद इस के कि हम होशपूर्वक यह सुनिश्चित करके अपनी भूमिका निभा रहे हैं कि हम ऊर्जा की बचत करें!”

साक्षी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर नौ महीने दूर रहने के बाद ट्वीट किया है। उनका आखरी ट्वीट जुलाई 2021 में आया था।

पिछले कुछ दिनों में तापमान में वृद्धि के कारण भारत के कई हिस्से लू की चपेट में हैं। इसके परिणामस्वरूप झारखंड और भारत के अन्य हिस्सों में लगातार बिजली के गुल होने की खबरें मिल रही हैं। भारत के एक मंत्री ने हाल ही में कहा था कि देश के पास कोयले का भंडार बस सिर्फ कुछ ही दिनों की ऊर्जा सप्लाई मुहैया करा सकता है।

साक्षी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्विटर यूज़र्स ने उन्हें आम्रपाली ग्रुप में होने वाले फ्लैट्स घटले की याद दिलाई। उन्होंने धोनी की पत्नी को याद दिलाया कि कैसे आम्रपाली हाउसिंग प्रोजेक्ट में निवेश करके उन्हें बुरी तरह नुकसान हुआ था।

कंपनी के दिवालिया होने से पहले धोनी आम्रपाली ग्रुप के ब्रांड एंबेसडर थे।

एक ने पूछा, “मेरे पास वही सवाल है जो एक वफादार आमरपाली फ्लैट खरीदार के रूप में है।” एक अन्य यूजर ने कहा, “आम्रपाली के फ्लैटों में भी बिजली नहीं है।” एक अन्य यूजर ने पूछा, “कहां है मेरी गाढ़ी कमाई की #AmpraniFlat जो तुमने लूटी भाभीजी???”

2016 में, धोनी ने आम्रपाली समूह के साथ अपने रिश्ते को समाप्त कर दिया था, जब सोशल मीडिया यूज़र्स ने क्रिकेटर के खिलाफ इस कंपनी से जुड़े होने के लिए एक बड़ा अभियान चलाया था। आम्रपाली ग्रुप ने कथित तौर पर अपने हजारों ग्राहकों को निराश किया था।

नए तथ्य सामने आने के बाद ये ज़ाहिर हुआ था कि साक्षी आम्रपाली ग्रुप की कंपनी आम्रपाली माही प्राइवेट लिमिटेड में पार्टनर थी। रिपोर्ट्स के अनुसार साक्षी की कंपनी में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। कंपनी ने बाद में पुष्टि की थी कि साक्षी वास्तव में आम्रपाली माही प्राइवेट लिमिटेड में भागीदार थी।