शिवसेना सांसद संजय राउत ने सनसनीखेज आरोप लगाया है कि अमरावती की सांसद नवनीत राणा के दाऊद इब्राहिम गिरोह के सदस्य के साथ कथित तौर पर गुप्त संबंध थे। मुंबई पुलिस ने पिछले हफ्ते नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की धमकी देने के बाद गिरफ्तार किया था।
राउत ने नवनीत राणा के दाऊद इब्राहिम गिरोह से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “नवनीत राणा ने युसुफ लकड़ावाला से ₹80 लाख का लोन लिया था,जिनकी जेल में मौत हो गई थी।उसी लकड़ावाला को @dir_ed ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था व उसके डी गैंग से संबंध भी थे। मेरा सवाल-क्या ED ने इसकी जांच की ? राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है!”
नवनीत राणा ने युसुफ लकड़ावाला से ₹80 लाख का लोन लिया था,जिनकी जेल में मौत हो गई थी।उसी लकड़ावाला को @dir_ed ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था व उसके डी गैंग से संबंध भी थे।
मेरा सवाल-क्या ED ने इसकी जांच की ? राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है! @KiritSomaiya @sanjayp_1 pic.twitter.com/u0h8cmT0He— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 26, 2022
अपने आरोपों को प्रमाणित करने के लिए राउत ने एक दस्तावेज की एक प्रति भी साझा की, जिसमें दिखाया गया था कि राणा ने युसूफ लकड़ावाला से 80 लाख रुपये का ऋण लिया था।
राउत ने अपने बाद के ट्वीट में लिखा, “रात अभी बाकी है..बात अभी बाकी हैं….जय महाराष्ट्र!!!”
रात अभी बाकी है..
बात अभी बाकी हैं….
जय महाराष्ट्र!!!@BJP4Mumbai@BJP4Maharashtra pic.twitter.com/ue9TKmxg2w— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 26, 2022
मुंबई के जाने माने बिल्डर और फिल्म फाइनेंसर लकड़ावाला की पिछले साल सितंबर में आर्थर रोड जेल में मौत हो गई थी। इससे पहले मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने जमीन हथियाने के एक मामले में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में प्रवर्तन निदेशालय ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को अमरावती की सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की एक याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें मुंबई पुलिस द्वारा निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की उनकी घोषणा पर गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए मुंबई पुलिस द्वारा दायर एक दूसरी प्राथमिकी को रद्द करने की प्रार्थना की गई थी।
दंपति के खिलाफ देशद्रोह की अलग से प्राथमिकी पहले ही दर्ज की जा चुकी है।