झारखंड में लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने के दोषियों को माला पहनाने को लेकर निशाने पर आए केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की शनिवार (7 जुलाई) को उनके पिता यशवंत सिन्हा ने आलोचना की। यशवंत सिन्हा ने कहा कि पहले वह ‘लायक’ बेटा के ‘नालायक’ बाप थे, लेकिन अब स्थिति उलट गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अपने पुत्र की करतूत को सही नहीं ठहराते। बता दें कि उन्होंने हाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से इस्तीफा दे दिया था।
सिन्हा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘पहले मैं लायक बेटा का नालायक बाप था। अब भूमिका बदल गई है। यह ट्विटर है। मैं अपने बेटे की करतूत को सही नहीं ठहराता। लेकिन मैं जानता हूं कि इससे और गाली-गलौज होगी। आप कभी नहीं जीत सकते।’’ गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स पहले यशवंत सिन्हा को लायक बेटे का नालायक बाप बताकर ट्रोल करते रहे हैं।
Earlier I was the Nalayak Baap of a Layak Beta. Now the roles are reversed. That is twitter. I do not approve of my son's action. But I know even this will lead to further abuse. You can never win.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 7, 2018
बता दें कि झारखंड के रामगढ़ में पिछले साल 29 जून को कथित तौर पर गोमांस का कारोबार करने के आरोप में मांस कारोबारी अलीमुद्दीन अंसारी नाम के एक मुस्लिम शख्स की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में एक साल बाद इसी साल मार्च महीने में रामगढ़ के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने बीजेपी नेता सहित सभी 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। लेकिन 30 जून को इनमें से 8 दोषियों की उम्रकैद की सजा पर रोक लगाकर झारखंड हाईकोर्ट ने रिहा कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाई कोर्ट द्वारा दोषियों की उम्रकैद की सजा निलंबित कर उन्हें जमानत पर रिहा किए जाने के बाद एक स्थानीय बीजेपी नेता उन्हें लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा के आवास पर पहुंचे थे, जहां कथित तौर पर उनका स्वागत किया गया था। दरअसल जमानत के बाद आरोपी जयंत सिन्हा के हजारीबाग स्थित आवास पहुंचे थे। यहां जयंत ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया और मिठाई भी खिलाई। इसकी तस्वीर सामने आने के बाद जयंत सिन्हा की हर ओर आलोचना होने लगी।
आरोपियों को माला पहनाने और लडडू खिलाने पर चौतरफा आलोचनाओं से घिरे जयंत सिन्हा ने बाद में सफाई दी। सिन्हा ने कहा कि उन्होंने हत्या के दोषियों को माला नहीं पहनाई थी। उन्होंने केवल उन्हें जमानत मिलने की शुभकामनाएं दी थी। जयंत सिन्हा ने अपनी सफाई में कहा, ‘जब उन लोगों को जमानत मिली तो वह मेरे घर आए। मैंने उन सभी को बधाई दी। भविष्य में कानून को उसका काम करने दें। जो आरोपी हैं उन्हें सजा मिलेगी और जो निर्दोष होंगे वह मुक्त होंगे।’