भारत में बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री से शुरू हुए ‘मी टू’ अभियान ने अब हिंदी सिनेमा और सीरियल की दुनिया के बेहद कामयाब कलाकार और एक ‘संस्कारी’ शख्स की छवि रखने वाले आलोक नाथ के दरवाजे पर दस्तक दे दी है। आपको बता दें कि अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाए जाने के बाद अब फिल्म इंडस्ट्री की बाकी हस्तियों ने भी अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है।
नाना पाटेकर के बाद जहां डायरेक्टर विकास बहल, मशहूर सिंगर कैलाश खेर, अभिनेता रजत कपूर और मॉडल जुल्फी सैयद, ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ (एचटी) के ब्यूरो प्रमुख और राजनीतिक संपादक प्रशांत झा, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री और पूर्व वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर पर भी यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगे, वहीं अब फिल्मों और टीवी जगत के ‘संस्कारी बाबू’ यानी अभिनेता आलोक नाथ पर भी यौन शोषण का आरोप लगा है।
जी हां, यकीनन आप ये सोचकर हैरान हो जाएंगे कि क्या पर्दे पर एक आदर्शवादी व्यक्ति के रूप में देखे जाने वाले इस शख्स ने कभी इतनी घिनौनी हरकत भी की होगी? मगर टीवी सीरियलों की लेखिका, निर्देशक और प्रोड्यूसर विंता नंदा ने ये सनसनीखेज आरोप लगाया है। विंता नंदा ने एक फेसबुक में सनसनीखे आरोप लगाया है कि 90 के दशक में आलोक नाथ ने उनके साथ बलात्कार किया था।
आलोक नाथ की बढ़ सकती है मुश्किलें
रेप मामले में अभिनेता आलोक नाथ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, आलोक नाथ पर रेप का आरोप लगाने वाली लेखिका और निर्माता विंता नंदा ने मंगलवार (9 अक्टूबर) को मीडिया से बातचीत में इस बात के संकेत दिए हैं वह आगे इस मामले में शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
I am meeting consultants and advisors today evening, so by tomorrow I will have the next course of action ready. I am not ashamed of anything, it is he who should feel ashamed: Vinta Nanda,Writer and producer who leveled rape allegations against #AlokNath pic.twitter.com/Doi2AoLAAA
— ANI (@ANI) October 9, 2018
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैं अपने सलाहकारों से शाम तक मिलूंगी, ताकि कल तक अगले कदम के बारे में फैसला ले सकूं। मुझे किसी बात की शर्मिंदगी नहीं है, शर्मिंदा उसे (आलोक नाथ) होना चाहिए।” नंदा ने आगे कहा, “मैंने इस बारे में 2003, 2004, 2005 में लिखा था। वह (आलोक नाथ) इस बात से इनकार नहीं कर सकता है। अब मैं निडर महसूस कर रही हूं, क्योंकि वह (आलोक) डर रहे हैं।”
He did not deny it even in 2003,04 and 05 when I had written about it. Now I am feeling fearless, he is feeling scared: Vinta Nanda,Writer and producer who leveled rape allegations against #AlokNath pic.twitter.com/I1AJyhcT7L
— ANI (@ANI) October 9, 2018
आलोक नाथ ने दी सफाई
विंटा नंदा द्वारा लगाए गए रेप के आरोपों पर आलोक नाथ ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इस पूरे मामले पर ABP न्यूज से कहा है, ‘कुछ तो लोग कहेंगे…।’ चैनल को दिए इंटरव्यू में आलोक नाथ ने खुद पर लगे आरोप का न तो खंडन किया और न ही स्वीकार किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि विंटा नंदा का रेप हुआ होगा, लेकिन किसी और ने किया होगा। आलोक नाथ ने कहा है कि वो इस मामले को तूल नहीं देना चाहते।
आलोक ने कहा कि ये समय ऐसा है जब महिलाएं जो कहेंगी उसे सहीं मान लिया जाएगा। ऐसे में अपने लिए इस मामले को लंबा नहीं खींचना चाहता। उन्होंने अपनी सफाई में आगे कहा कि मैं इस बात से इनकार नहीं करूंगा कि उनके साथ ऐसा (रेप) नहीं हुआ, लेकिन वो मैंने नहीं किया।
आलोकनाथ ने कहा, ‘मैं न तो इन आरोपों को नकार रहा हूं और न ही इनसे सहमत हूं। यह (बलात्कार) हुआ तो होगा, लेकिन किसी और ने किया होगा। मैं अब इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता, क्योंकि अगर यह बाहर आएगा तो और भी खिंचेगा।’
प्रोड्यूसर ने शेयर की 19 साल पुरानी कहानी
1990 के दशक के मशहूर शो ‘तारा’ की लेखिका व निमार्ता विंता नंदा ने अभिनेता आलोक नाथ पर करीब दो दशक पहले उनके साथ रेप करने का आरोप लगाया है। आलोक नाथ पर्दे पर अपनी ‘संस्कारी’ छवि के लिए जाने जाते हैं। नंदा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘मैंने इस क्षण के आने का 19 साल से इंतजार किया।’ नंदा ने कहा कि वह फिल्म और टीवी उद्योग में सबसे ‘संस्कारी’ व्यक्ति माने जाते थे।
नंदा पोस्ट में ‘संस्कारी’, ‘मुख्य अभिनेता’ और ‘उस दशक का स्टार’ जैसे शब्दों का जिक्र किया जाना साफ तौर पर आलोक नाथ की ओर इशारा कर रहा था। बाद में उन्होंने एसएमएस के जरिए न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इस बात की पुष्टि की और कहा, ‘यह आलोकनाथ है। मुझे लगा कि ‘संस्कारी’ कहना काफी होगा।’
नंदा ने लिखा, ‘वह एक शराबी, लापरवाह और बुरा शख्स था लेकिन वह उस दशक का टेलीविजन स्टार भी था, इसलिए न केवल उसे उसके बुरे व्यवहार के लिए माफ कर दिया जाता था बल्कि कई लोग उसे और भी ज्यादा बुरा बनने के लिए उकसाते थे। उन्होंने कहा कि उसने शो की मुख्य अभिनेत्री को भी परेशान किया, जो उसमें बिल्कुल दिलचस्पी नहीं दिखाती थी। अपने साथ हुए सबसे बुरी घटना का जिक्र करते हुए नंदा ने कहा कि एक बार वह आलोक नाथ के घर पर हुई पार्टी में शामिल हुई और वहां से देर रात दो बजे के करीब घर जाने के लिए निकलीं। उनके ड्रिंक में कुछ मिला दिया गया था।
नंदा ने कहा, ‘मैं घर जाने के लिए खाली सड़क पर पैदल ही चलने लगी। रास्ते में उस शख्स ने गाड़ी रोकी, जो खुद चला रहा था और कहा कि मैं उनकी गाड़ी में बैठ जाऊं, मुझे घर छोड़ देगा। मैं उस पर विश्वास करके गाड़ी में बैठ गई।’नंदा ने कहा, ‘इसके बाद मुझे बेहोशी सी छाने के चलते हल्का-हल्का याद है। मुझे याद है कि मेरे मुंह में और ज्यादा शराब डाली गई और मेरे साथ काफी हिंसा की गई। अगले दिन जब दोपहर को मैं उठी, तो मैं काफी दर्द में थी। मेरे साथ सिर्फ दुष्कर्म ही नहीं किया गया था बल्कि मुझे मेरे घर ले जाकर मेरे साथ नृशंस व्यवहार किया गया था।’
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने बिस्तर से उठ नहीं सकी। मैंनै अपने कुछ दोस्तों को इस बारे में बताया लेकिन सभी ने मुझे इस घटना को भूलकर आगे बढ़ने की सलाह दी।’बाद में उन्हें एक नई सीरीज के लिए लिखने और निदेर्शन करने का मौका मिला और फिर उनका सामना आलोक नाथ से हो गया। वह उन्हें फिर परेशान करने लगे जिसके चलते नंदा ने निमार्ताओं से कहा कि वह निदेर्शन नहीं कर पाएंगी, हालांकि उन्होंने शो के लिए लिखना जारी रखा।
नंदा ने बताया कि नई सीरीज पर काम करने के दौरान फिर अभिनेता ने उन्हें अपने घर बुलाया और वह फिर से वो सब झेलने के लिए उनके पास चली गई क्योंकि उन्हें काम और पैसे की जरूरत थी। नंदा ने इस तरह के वाकये का शिकार हुए लोगों से सामने आकर अपनी बात रखने की अपील की है।
#MeToo के जरिए खुलकर सामने आ रही हैं महिलाएं
गौरतलब है कि हॉलीवुड के फिल्मकार हार्वे वाइंस्टीन के खिलाफ यौन शोषण का मामला अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित होने के बाद से विश्व भर की महिलाएं खामोशी तोड़ते हुए ‘मी टू’ अभियान के जरिए अपनी-अपनी बाते खुलकर रख रही हैं। इस अभियान के जरिए कई बॉलीवुड अभिनेत्रियां भी खुलकर सामने आई हैं। विशेषकर तनुश्री दत्ता के विवाद के बाद से ‘मी टू’ अभियान काफी तेजी के फैल रहा है। तनुश्री दत्ता के नाना पाटेकर पर आरोप लगाने के बाद, महिलाओं की ऐसी कई और आवाजें सोशल मीडिया पर बुलंद होने लगी हैं।
अब महिला पत्रकार भी उन औरतों में शामिल हो गई हैं जिन्होंने सोशल मीडिया पर अपने यौन उत्पीड़न के अनुभव लिखने शुरू कर दिए हैं। आपको बता दें कि यौन उत्पीड़न, यानी किसी के मना करने के बावजूद उसे छूना, छूने की कोशिश करना, यौन संबंध बनाने की मांग करना, सेक्सुअल भाषा वाली टिप्पणी करना, पोर्नोग्राफी दिखाना या कहे-अनकहे तरीके से बिना सहमति का सेक्सुअल बर्ताव करना होता है। इन दिनों फिल्म, मीडिया और इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़ी हस्तियों पर लगे यौन प्रताड़ना के आरोप से सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म है।
#MeToo और #TimesUp अभियान के तहत भारतीय महिलाएं आपबीती बता रही हैं। इसमें अपने साथ हुए दुर्व्यवहारों और प्रताड़ना को सोशल मीडिया पर साझा कर रही हैं। सोशल मीडिया पर ये महिलाएं कुछ सबूत भी पेश कर रही हैं। इन आरोपों के बाद यह बहस तेज हो गई है कि कैसे किसी ऑर्गेनाइजेशन या दफ्तर के भीतर ही सारी चीजें घटित हो रही हैं और किसी को भनक तक नहीं लग रही। यौन उत्पीड़न के आरोपों से जुड़े कई संस्थानों ने अब कार्रवाई की बात कही है।