आगामी लोकसभा चुनाव से ठिक पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वी किशोर चंद्र देव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

उनका आरोप है कि कांग्रेस आंध्र प्रदेश में ‘‘मूर्छित’’ अवस्था में है और संगठन में नयी जान फूंकने के लिए पार्टी ने पिछले चार साल में कोई कदम नहीं उठाया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लिखे दो वाक्य के पत्र में देव ने कहा कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं।
देव ने समाचार एजेंसी पीटीआई(भाषा) को बताया, ‘‘आंध्र प्रदेश में पार्टी मूर्छित अवस्था में है। राज्य में पार्टी में जान फूंकने के लिए पार्टी नेतृत्व ने पिछले चार साल में कोई कदम नहीं उठाए। पार्टी नेतृत्व ने तो मेरी ओर से जाहिर की गई चिंताएं और मेरे सुझाव भी नहीं पढ़े, ऐसे में उन पर अमल की बात क्या करूं।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उस पार्टी को छोड़ने का फैसला करना काफी तकलीफदेह है जिसकी सेवा मैंने 45 साल तक की है। उन्होंने कहा कि वह आने वाले दिनों में अपने भविष्य की रणनीति तय करेंगे। बहरहाल, उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने से इनकार किया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री वी किशोर चंद्र देव पिछले करीब 45 साल से कांग्रेस के सदस्य थे। हाल में उन्हें पार्टी की नवगठित आदिवासी शाखा ‘अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस’ का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। साल 2011 में वह मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री रह चुके हैं। बता दें कि वह आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के प्रमुख नेता रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले शनिवार को उत्तर गुजरात की ऊंझा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आशा बेन पटेल ने अचानक इस्तीफा दे दिया। विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा सौंपने के बाद आशा पटेल ने कहा था, ”कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नेतृत्व करने में पूरी तरह से विफल रहे हैं। गुजरात कांग्रेस के संगठन और विधायकों के बीच में जो तालमेल होना चाहिए वह सही नहीं होने के कारण मैंने इस्तीफा दिया है।”
(इनपुट- भाषा के साथ)