अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर अपने बयान की वजह से चर्चा में हैं। इस बार योगी के मंत्री ने अभिवावकों के लिए अपने बच्चों को स्कूल न भेजने पर जेल भेजने का एलान कर डाला है।जी हां, न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ सरकार में काबीना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने शनिवार(7 अक्टूबर) को कहा है कि वह अपने बच्चों को स्कूल न भेजने वाले माता-पिता को पांच दिन तक थाने में भूखा-प्यासा बैठाएंगे। यह बयान सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा कर सकता है।
प्रदेश के दिव्यांग एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने बलिया के रसड़ा कस्बे के गांधी मैदान में शनिवार को आयोजित पार्टी के एक कार्यक्रम कहा कि मैं अपने मन का कानून बनाने वाला हूं। जिस गरीब का बच्चा स्कूल नहीं जाएगा, उसके मां-बाप को पांच दिन थाने में बैठाऊंगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान थाने में ना पानी पीने दूंगा और ना ही खाना खाने दूंगा।
उन्होंने कहा कि अगर आप लोगों ने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा तो आपको उठवाकर थाने ले जाया जाएगा। इस नाते कह रहा हूं कि देखिए अभी तक आपका नेता, आपका बेटा, आपका भाई आपको समझा रहा था। आपने अगर मेरी बात नहीं मानी, तो छह महीने और मनाऊंगा।
राजभर ने कहा कि भगवान राम ने समुद्र को तीन दिन मनाया था, जब वह नहीं माना तो भगवान को हथियार उठाना पड़ा और समुद्र त्राहिमाम-त्राहिमाम करने लगा। उसी तरह जिस भी गरीब का बच्चा विद्यालय नहीं जाएगा, यह सोच लेना, छह महीने के बाद थाने में पहुंचा दूंगा, चाहे भले ही मुझे फांसी क्यों ना हो जाए।
उन्होंने इस मौके पर मौजूद भीड़ का हाथ उठवाकर पूछा कि कोई गलत काम तो नहीं है। कितने लोग इसके समर्थन में हैं। इस पर अनेक महिलाओं ने हाथ उठाकर सहमति जताई। बता दें कि इससे पहले भी ओम प्रकाश राजभर अपने विवादित बयान की वजह से सुर्खियों रह चुके हैं।
पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि जब मैं दिल्ली गया था तो प्रधानमंत्री ने कहा कि धन्य हो ओमप्रकाश जी आप ने बिना पैसे के संगठन कैसे बना लिया? हमने कहा माननीय प्रधानमंत्री जी हम जिस बिरादरी में पैदा हुए हैं उसके पास रुपया तो नहीं है लेकिन जितना आप की पार्टी उत्तर प्रदेश में एक महीने में खर्च करती होगी, उतने रुपये की हमारी बिरादरी वाले एक दिन में शराब पी जाते हैं। इस बयान को लेकर उन दिनों काफी हंगामा मचा था।
UP Min OP Rajbhar says parents who don't send their wards to schools will be forced to sit in police stations without food & water for 5days pic.twitter.com/IgA05ydkJn
— ANI UP (@ANINewsUP) October 9, 2017