केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को दावा किया कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने करीब एक घंटे तक उनका अकाउंट लॉक रखा। इसके पीछे कंपनी ने अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट के उल्लंघन को कारण बताया। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री इसे लेकर ट्विटर पर जमकर बरसे उन्होंने कहा कि यह मनमानी की हद है। हालांकि, बाद में ट्विटर ने रविशंकर प्रसाद अकाउंट फिर से अनलॉक कर दिया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोई भी प्लेटफॉर्म कुछ भी कर ले आईटी को लेकर नया कानून मानना ही पड़ेगा। इसे लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ट्विटर की कार्रवाई यह बताती है कि वो बोलने की आजादी का हितैषी नहीं, उसे सिर्फ अपना एजेंडा चलाने में दिलचस्पी है।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा कि ट्विटर की कार्रवाई आईटी के नियमों के खिलाफ है। अकाउंट लॉक करने से पहले ट्विटर ने मुझे कोई नोटिस नहीं दिया। इससे साबित होता है कि ट्विटर नए नियमों को नहीं मानना चाहता है। अगर ट्विटर नए नियमों का पालन करता तो वो किसी के अकाउंट को मनमाने तरीके से लॉक नहीं करता।
Friends! Something highly peculiar happened today. Twitter denied access to my account for almost an hour on the alleged ground that there was a violation of the Digital Millennium Copyright Act of the USA and subsequently they allowed me to access the account. pic.twitter.com/WspPmor9Su
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 25, 2021
बता दें कि, ट्विटर और केंद्र सरकार में लंबे समय से विवाद चल रहा है। सरकार का कहना है कि ट्विटर को नया नियम मानना होगा। नए नियमों के तहत ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे बड़े सोशल मीडिया मंचों को अतिरिक्त उपाय करने की जरूरत होगी। इसमें भारत में मुख्य अनुपालन अधिकारी, नोडल अधिकारी और शिकायत अधिकारी की नियुक्ति आदि शामिल हैं।
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री शशि थरूर ने रविशंकर प्रसाद का अकाउंट लॉक किए जाने पर कहा, ”रविशंकर जी, आपके जैसी ही घटना मेरे साथ भी हुई थी। यह घटना उस वक्त हुई थी जब मैं आईटी मंत्री था। एक गाने के वीडियो को ट्विटर ने आपत्तिजनक बताते हुए ये कार्रवाई की थी।”
So I won't blame @Twitter for this action or attribute the motives to them that @rsprasad does, though it wasn't pleasant finding my account locked. Clearly they had no choice but to honour a DMCA takedown notice, however stupid & pointless the request was.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 25, 2021