जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र नेता उमर खालिद पर कुछ अज्ञात लोगों ने सोमवार (13 अगस्त) को संसद भवन के पास कांस्टीट्यूशन क्लब के ठीक बाहर फायरिंग कर दी। हालांकि उन्हें कोई गोली नहीं लगी और वह सकुशल बच गए। खालिद यहां ‘यूनाइटेड अगेंस्ट हेट’ संगठन के ‘खौफ से आजादी’ नामक एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
उमर खालिद ने मंगलवार (14 अगस्त) को इस पूरे घटनाक्रम को लेकर ‘जनता का रिपोर्टर’ से एक्सक्लूसिव बातचीत में खुलकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। ‘जनता का रिपोर्टर’ के प्रधान संपादक व एडिटर इन चीफ रिफत जावेद से बातचीत में खालिद ने बताया कि यह हमला उस वक्त हुआ, जब वह एक चाय की दुकान पर थे।
खालिद ने कहा कि हम लोग एक कार्यक्रम के लिए आए थे। जैसे ही कार्यक्रम शुरू होने में कुछ समय था। मैं चाय पीने के लिए बाहर गया था। जैसे ही मैं चाय पीकर अंदर जा रहा था, उस शख्स ने मुझे धक्का दिया और दूसरी तरफ जाकर गोली चला दी।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि गोली चलाने वाला कौन था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से जो मेरे खिलाफ दुष्प्रचार किया गया है कि अब लोगों को लगता है कि ऐसे लोगों को मार दिया जाना चाहिए। उमर के मुताबिक हमलावर ने उन पर फायर करने की कोशिश की, हालांकि उनके साथ मौजूद लोगों की वजह से वह फायर नहीं कर सका।
छात्र नेता उमर ने इस बातचीत के दौरान मीडिया और कुछ पत्रकारों पर निशाना साधा। उन्होंने सीधे तौर पर ‘रिपब्लिक टीवी’ के संस्थापक व एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी, जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी और आज तक के एंकर रोहित सरदाना सहित कई पत्रकारों पर निशाना साधा। बता दें कि सोशल मीडिया यूजर्स भी अर्नब गोस्वामी पर नफरत फैलाने का आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने ये भी कहा कि ‘हमें टुकड़े टुकड़े गैंग बोलने वाले पत्रकार खुद BJP के फेंके हुए टुकड़ों पर ज़िन्दगी बसर करते हैं। ‘ उम्र ने ये भी माना कि टाइम्स नाउ पर जाना उनकी भूल थी और इस केलिए वो माफ़ी मांगते हैं।
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