अलीगढ़ः दो BJP विधायकों ने लिंग जांच करने वाले डॉक्टरों की नहीं होने दी गिरफ्तारी

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उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में दो स्थानिय भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के विधायकों पर आरोप लगा है कि, उनके हस्तक्षेप की वजह से भ्रूण की लिंग जांच करते एक डॉक्टर दंपति को हिरासत में नहीं लिया जा सका। साथ ही आरोप है कि, दोनों विधायकों ने इस दौरान पीसीपीएनडीटी के अधिकारियों को अल्ट्रासाउंड की मशीनें भी जब्त नहीं करने दीं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के अलीगढ़ में मंगलवार रात जीवन हॉस्पिटल पर जयपुर से आई टीम ने छापा मारा था। इस दौरान भ्रूण की लिंग जांच करते एक डॉक्टर दंपति रंगे हाथ पकड़े गए थे, जिसके बाद अधिकारियों ने हॉस्पिटल को सील कर दिया।

जिसके बाद पुलिस आरोपी डॉक्टरों को जयपुर ले जाने की तैयारी कर रही थी। लेकिन आरोप है कि आरोपी डॉक्टर के बचाव में बीजेपी के दो विधायक संजीव राजा और अनिल पाराशर थाने पहुंच गए और आरोपियों को जयपुर नहीं ले जाया जा सका।

ख़बरों के मुताबिक, इस दौरान अलीगढ़ के जिलाधिकारी समेत कई अधिकारियों ने भाजपा विधायकों को ऐसा करने से रोका, लेकिन उन्होंने अधिकारियों को उनका काम नहीं करने दिया।

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ABP न्यूज़ के मुताबिक, अलीगढ़ के डीएम ने भी इस बात की पुष्टि की है कि जनप्रतिनिधियों के विरोध की वजह से आरोपियों को राजस्थान की पुलिस अपने साथ नहीं लेकर जा सकी। अलीगढ़ के डीएम ने कहा, राजस्थान से आई टीम आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार करके अपने साथ ले जाना चाहती थी लेकिन विधायकों के विरोध के कारण नहीं ले जा पायी, कल दोनों ही विघायक थाने में उपस्थित थे।

जयपुर से आई पुलिस टीम ने कहा, हमें शिकायत मिली थी कि अलीगढ़ के जीवन हॉस्पिटल में गैर कानूनी तरीके से लिंग परीक्षण की जांच की जा रही है। इस पर हम पिछले दस दिन से काम कर रहे थे, यहां का एजेंट था जो राजस्थान से लोगों को लाकर ये काम करवाता था। हमने इसकी जांच की ओर जो भी मिला वो डीएम साहब के ऑफिस में रखवा दिया।

इसी बीच बीजेपी विधायक अनिल पाराशर ने सफाई देते हुए कहा कि, डॉक्टर को झूठे केस में न फंसाया जाए, इसलिए वे थाने गए थे। वहीं दूसरे विधायक राजा का कहना है कि इस प्रकार की कोई जांच में अलीगढ़ में नहीं हुई और न ही हम इस तरह की चीज यहां होने देंगे।

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