भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के पर्सनल अकाउंट से ब्लू टिक हटाने और फिर बहाल करने के तुरंत बाद माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत समेत कई पदाधिकारियों के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है और उसे अनवेरिफाइड कर दिया है।
यही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार सुरेश सोनी व पूर्व कार्यवाह भैय्या जी जोशी समेत अन्य का ब्लू टिक भी हटाया गया है। इसके बाद कुछ यूजर्स ट्विटर पर कार्रवाई की मांग कर रहे है। ट्विटर पर #BanTwitterInIndia भी ट्रेंड कर रहा है।
अगर मोहन भागवत के ट्विटर हैंडल पर गौर करें तो यह अकाउंट 2019 में बना हुआ दिख रहा है। हालांकि, अभी इस अकाउंट पर एक भी ट्वीट नहीं दिख रहा है। मोहन भागवत सिर्फ आरएसएस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को फॉलो करते हैं, जबकि उनके फॉलोअरों की लिस्ट में 2 लाख से अधिक लोग हैं। हालांकि, इस मसले पर ट्विटर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दरअसल, कुछ समय से नए आईटी नियमों को लेकर केंद्र सरकार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ट्वविटर के बीच विवाद छिड़ा हुआ है। ऐसे में सबसे पहले ट्विटर ने भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर हैंडल से वैरिफाइड ब्लू टिक वापस ले लिया तो बवाल मच गया। हालांकि, थोड़ी ही देर बाद उनके अकाउंट को दोबारा वैरिफाई कर दिया गया।
हालांकि ट्विटर ने इस कार्रवाई के पीछे कारण स्पष्ट कर दिया है लेकिन मामला इतनी आसानी से निपटने वाला नहीं है। इससे पहले भी ट्विटर और केंद्र सरकार के बीच टकराव वाली स्थिति बन रही थी। अब ऐसे में ट्विटर की ये कार्रवाई से ये विवाद तूल पकड़ सकता है।