मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए राष्ट्रीय प्रवेश-योग्यता परीक्षा (नीट) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जंग छेड़ने वाली तमिलनाडु की होनहार छात्रा अनीता ने खुदकुशी कर ली है। अनीता की आत्महत्या के बाद नाराज छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। एसएइअाई के सदस्यों ने अनीता की आत्महत्या को लेकर नीट (NEET) के खिलाफ प्रदर्शन किया।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एमबीबीएस कोर्स में दाखिला न मिलने से वह अवसाद में जी रही थी। अनीता की मौत से पूरे तमिलनाडु में शोक की लहर है। दरअसल, अनीता ने 12वीं की पढ़ाई तमिलनाडु राज्य बोर्ड से की थी। उसके इस परीक्षा में 98 प्रतिशत नंबर आए थे।
पिछले साल तक तमिलनाडु के मेडिकल कॉलेजों में 12वीं के नंबरों के आधार पर दाखिला मिलता था। यानी अगर यही नियम जारी रहता तो अनीता को मेडिकल कोर्स में दाखिला आसानी से मिल जाता। लेकिन दुर्भाग्यवश इस बार सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु को नीट के तहत परीक्षा और काउंसिलिंग करने का आदेश दिया।
नीट के परीक्षा में अनीता को केवल 86 नंबर मिले। ऐसे में उसे एमबीबीएस कोर्स में दाखिला नहीं मिल पाया। जिसके बाद वह काफी परेशान रहती थी। गरीब परिवार से आने वाली अनिता ने एमबीबीएस में दाखिले पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली थी।
17 साल की अनीता अरियालुर जिले के कुझुमुर गांव की रहने वाली थी। उसने अपने घर में फांसी लगा ली। अनीता के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं। गौरतलब है कि गत 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को नीट के आधार पर मेडिकल में दाखिला शुरू करने का आदेश दिया था। यह फैसला तमिलनाडु के अध्यादेश को केंद्र से मंजूरी नहीं मिलने के बाद आया था।
बड़ी-बड़ी हस्तियों ने जताया शोक
अनिता के मौत पर दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत और कमल हासन ने भी गहरा दुख प्रकट किया है। रजनीकांत ने फेसबुक पर पोस्ट किया, “अनिता के साथ जो भी हुआ वो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस कदम को उठाने के पहले उस पर क्या बीत रही होगी मैं उस दर्द को समझ पा रहा हूं। मेरी संवेदनाएं उसके परिवार के साथ है।” जबकि, हासन ने लिखा, “वे अनिता को अपनी बेटी समान मानते हैं और वे उसके लिए अपनी आवाज उठाएंगे।” उन्होंने इसके पीछे राज्य सरकार और केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।