ओपन हार्ट सर्जरी के लिए कराची की सात वर्षीय बच्ची को सुषमा स्वराज ने दिया वीजा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सभी मंत्रियों में से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ऐसी मंत्री हैं जो सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहती हैं। विदेश मंत्रालय संभालने के बाद सुषमा से जिसने भी मदद मांगी है, उन्होंने फौरन उनकी मदद की है। जिसका ताजा उदाहरण एक बार फिर से देखने को मिला है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने देश के मानवीय स्वभाव का परिचय देते हुए पाकिस्तान के कराची में रहने वाली सात वर्षीय बच्ची महा शोएब को ओपन हार्ट सर्जरी के लिए भारत आने का वीजा दे दिया है।

file photo- Sushma Swaraj

ट्विटर पर बच्ची की मां की ओर से किये गए अनुरोध का जवाब देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट करते हुए कहा कि, हां, हम भारत में आपकी सात वर्षीय बेटी की ‘ओपन हार्ट सर्जरी’ के लिए वीजा दे रहे हैं। हम उसके जल्दी स्वस्थ होने की प्रार्थना भी करते हैं।

बच्ची की मां निदा शोएब ने पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर अपनी बच्ची को जल्दी मेडिकल वीजा देने की मांग की थी, ताकि उसकी ‘ओपन हार्ट सर्जरी’ की जा सके। निदा पिछले कई दिनों से दोनों को ट्वीट कर रही हैं।

निदा ने नोयडा के जेपी अस्पताल के डॉक्टर की चिट्ठी के साथ ही ट्वीट में अनुरोध किया था, ‘‘माननीय @सुषमास्वराज मैम। मेरी बेटी को ओपन हार्ट सर्जरी की जरूरत है। मैंने अगस्त में आवेदन किया था, लेकिन अभी भी वीजा प्रक्रिया में है। कृपया मदद करें, मैं आपकी बहुत आभारी रहूंगी।’’

भाषा की ख़बर के मुताबिक, नोएडा स्थित जेपी अस्पताल के पेडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी (बच्चों के हृदय की सर्जरी करने वाले विभाग) के निदेशक डॉक्टर राजेश शर्मा ने आठ अगस्त, 2017 को सात वर्षीय मरीज महा शोएब, उसके माता-पिता निदा महमूद और शोएब खालिद, भाई मस्त अब्दुल हादी तथा परिवार के अन्य सदस्य को वीजा देने का अनुरोध किया है।

उन्होंने पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के नाम लिखी अपनी चिट्ठी में कहा है कि जितनी जल्दी संभव हो बच्ची को नोएडा के जेपी अस्पताल में सर्जरी के लिए आने की अनुमति दी जाए।

बच्ची की मां निदा के अनुसार, महा का स्वास्थ्य बहुत खराब है और वह स्कूल जाने जैसे सामान्य काम भी नहीं कर पा रही है। जब डॉक्टर शर्मा से मरीज महा के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि एक बार मरीज को अस्पताल आने दें, उसके बाद ही हम आगे कुछ बताने की स्थिति में होंगे।

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