बिहार में इस वक्त पूर्ण शराबबंदी लागू है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के अपने फैसले को लेकर देश भर में पीठ थपथपाते रहते हैं। लेकिन नीतीश सरकार के शराबबंदी के इस मुहिम को कुछ पुलिसकर्मी नुकसान पहुंचा रहे हैं। जी हां, पुलिस के जवानों पर ही शराब बेचने के आरोप लग रहे हैं। मंगलवार की रात गोपालगंज के एसपी ने एक थानाध्यक्ष को एक एएसआई के साथ मिलकर शराब बेचते रंगेहाथ पकड़ लिया।
‘नशामुक्त बिहार’ में गोपालगंज के बैकुंठपुर के थाना प्रभारी और एक सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) को शराब कारोबार में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल इस मामले की जांच जारी है। एसपी ने कहा है कि दोषी पाए जाने पर दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
समाचार एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक राशिद जमां ने बुधवार को बताया कि 30 सितंबर को एक बोलेरो से देश में निर्मित अंग्रेजी शराब की बरामदगी की गई थी। इसके बाद शराब और वाहन को जब्त कर लिया गया था। आरोप है कि थाना प्रभारी लक्ष्मी नारायण महतो और एएसआई सुधीर कुमार जब थाना पहुंचे तब उन्होंने शराब सहित वाहन को छोड़ दिया।
जमां ने बताया कि इस मामले के संज्ञान में आने के बाद पूरे मामले की छानबीन कराई गई जिसमें दोनों पुलिस अधिकारियों को शराब के कारोबार में लिप्त पाया गया। इसके बाद दोनों को मंगलवार की रात गिरफ्तार कर लिया गया।एसपी ने बताया कि इस मामले में आरोप है कि थाना प्रभारी शराब के कारोबार में लिप्त है जिसकी जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में और जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उधर, एसपी के इस कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि बिहार में इससे पहले भी शराबबंदी के बावजूद शराब पीते कई पुलिसकर्मी पकड़े जा चुके हैं। आपको बता दें कि बिहार में किसी प्रकार के शराब के सेवन और इसके व्यापार पर पूरी तरह प्रतिबंध है।